पटना: राजधानी के पीरबहोर थानाध्यक्ष का चौंकाने वाला बयान सामने आया है. एक ऑडियो क्लिप में थानाध्यक्ष रिपोर्ट लिखने के लिए शिकायतकर्ता को ये कहते हुए सुनाई दे रहे हैं कि जहां मच्छर ने काटा रपट वहीं, दर्ज होगी. पूरे मामले में शिकायतकर्ताओं ने कई थानों के चक्कर काटे हैं.
दरअसल राजधानी में एक डेंगू पेशेंट अर्चना की इलाज के दौरान मौत हो गई थी. अर्चना को 4 दिनों के बुखार के बाद पीएमसीएच में भर्ती कराया गया था, लेकिन पीएमसीएच ने उन्हें नॉर्मल बताया. निजी अस्पताल में भर्ती कराने के बाद डेंगू का रिपोर्ट पॉजिटिव आया. इसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. वहीं, अब अर्चना के परिजन पीएमसीएच के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाने के लिए थाने में भटक रहे हैं.
'जिस थाना क्षेत्र में मच्छर काटा, वहां दर्ज होगी रपट'
अर्चना के परिजन पीएमसीएच प्रबंधन, बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य मंत्री के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने पीरबहोर थानाध्यक्ष को फोन लगाया और जानकारी देनी चालू की. पूरी बात सुनते समय थानाध्यक्ष ने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि जिस थाना क्षेत्र में मच्छर ने काटा है, रपट वहीं दर्ज होगी. वहीं, उसने ये भी कहा कि अगर पोस्टमार्टम हो गया है तो केस कोर्ट में करो जाकर.
डेंगू ले रही है जान
दरअसल, राजधानी में डेंगू का असर बढ़ता ही जा रहा है, आए दिन नये आंकड़ें सामने आ रहे हैं. कंकड़बाग के अशोक नगर रोड नंबर-14 की रहने वाली अर्चना की मौत डेंगू से हो गई.
अस्पताल की लापरवाही से हुई अर्चना की मौत
अर्चना के परिजनों ने बताया कि 4 दिनों से उसको बुखार आ रहा था, जिसके बाद उन्हें 10 अक्टूबर को पीएमसीएच में एडमिट कराया गया. पीएमसीएच में ब्लड सैंपल लिया और डेंगू नहीं होने की बात कही. उन्होंने बताया कि अर्चना की तबीयत में सुधार नहीं हुआ और तबीयत और बिगड़ती चली गई.
अर्चना का गुनहगार कौन?
12 अक्टूबर की देर रात अर्चना को पीएमसीएच से परिजन श्री राम नर्सिंग होम ले गए. अर्चना की हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें आईसीयू वार्ड में भर्ती किया. जब वहां ब्लड सैंपल कलेक्ट किया तो जांच में डेंगू रिएक्टिव पाया गया. वहीं, इलाज के दौरान ही अर्चना की 15 अक्टूबर को मौत हो गई और मौत की वजह डेंगू बताया गया.