पटनासिटी: बिहार पटना में गंगा नदी उफान पर है. पटना सिटी की कच्ची दरगाह स्थित गंगा नदी पर बने पीपा पुल को सुरक्षा को लेकर खोल दिया. लेकिन यहां के वासिंदों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां को लोगों को आने जाने के लिए एक मात्र साधन नाव है. जहां नाविकों की मनमानी के कारण लोग जान जोखिम में डाल कर ओवरलोडेड नाव के सहारे गंगा पार करने को मजबूर हैं. नाविक की कभी भी अगर लापरवाही हुई तो बड़ा हादसा हो सकता है, लेकिन पीपा पुल के खुल जाने की वजह से मजबूरन लोगों को यह करना पड़ रहा है.
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पीपा पुल दियारावासियों की लाइफलाइन: आपको बता दें कि कच्ची दरगाह को जोड़ने वाला पीपा पुल दियारावासियों की लाइफलाइन माना जाता है. लेकिन यह लाइफलाइन को बंद कर दिया गया है. दियारावासी नाव की सवारी कर दहशत में गंगा नदी को पार करने को विवश हैं. नाविक नाव पर भारी भरकम सामान, कार आदि के साथ आदमी को ढोने का काम करते हैं, ऐसे में थोड़ी सी चूक कई लोगों की जान ले सकती है.
जिला प्रशासन नहीं कर रहा पहल: इस सब के बीच परेशानी की बात यह है कि नाविक की मनमानी रोकने और नाव परिचालन के लिए घाटों की मरम्मत करने के लिए जिला प्रशासन भी इसपर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. लोगों की माने तो पक्का पुल बनाने प्रक्रिया शुरू तो हो गई है पर उस काम में तीव्र गति से नहीं हो रही है. इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं बिहार सरकार प्रत्येक वर्ष पीपा पुल लगाने में करोड़ों रुपए खर्च होते हैं. पक्की पुल के निर्माण से कई दियारा क्षेत्र के लोगों को खतरों की सवारी से छुटकारा मिल सके.