पटना: मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के बाद हुए लाठीचार्ज और गोलीकांड को लेकर अधिवक्ता डॉ कौशलेंद्र कुमार ने पटना हाई कोर्ट में पीआईएल दाखिल किया. इस मामले को लेकर मानवाधिकार आयोग ने भी शिकायत की है. पीआईएल में एसपी लिपि सिंह के साथ-साथ थाने के दरोगा रंजीत मंडल के नाम का जिक्र किया गया है.
असामाजिक तत्वों ने की तोड़फोड़
गुरुवार की सुबह मुंगेर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में घुसकर असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की है. मुंगेर शहर की बात करें तो असामाजिक तत्वों ने शहर के कई इलाकों में तोड़फोड़ करने के साथ-साथ कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया है. इस मामले को लेकर पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता कौशलेंद्र कुमार कहते हैं कि आज हालात ऐसे हो गए हैं कि वीरपुर में आशुतोष पाठक पुलिस हिंसा का शिकार होता है और उसके बाद मुंगेर में मूर्ति विसर्जन के दौरान लोग पुलिस के गोली के शिकार हो रहे हैं.
मनवाधिकार का हनन
कौशलेंद्र कहते हैं कि आखिरकार सैकड़ों की संख्या में लोग जुलूस लेकर मूर्ति विसर्जन करने निकलते हैं. वहां के स्थानीय पुलिस को इसकी भनक तक नहीं रहती. अचानक से पुलिस मूर्ति विसर्जन कर रहे लोगों पर हमला कर देती है. यह सरासर मानवाधिकार का हनन है.
एसपी समेत दरोगा पर पीआईएल दर्ज
अधिवक्ता डॉ. कौशलेंद्र ने ईटीवी संवाददाता से बात करते हुए बताया कि उन्होंने मुंगेर एसपी लिपि सिंह के साथ-साथ थाने के दारोगा रंजीत मंडल पर मानवाधिकार आयोग और पटना हाईकोर्ट में पीआईएल दर्ज किया है. वह इस केस को तब तक लड़ते रहेंगे जब तक इस मामले में दोषियों को न्याय नहीं मिल जाता.