पटना: समाज कल्याण विभाग के मंत्री मदन सहनी (Madan Sahni) ने अधिकारियों की मनमानी से परेशान होकर इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा है कि यह कोई एक विभाग का मामला नहीं है. सभी विभागों में यही हाल है. कोई कहता है तो कोई छिपाता है. अधिकारियों की मनमानी के संबंध में ईटीवी भारत के रिपोर्टर नीरज कुमार ने पीएचईडी मंत्री रामप्रीत पासवान (Ram Prit Paswan) से बातचीत की. मंत्री ने अधिकारियों की मनमानी को स्वीकार किया.
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मंत्री रामप्रीत पासवान से खास बातचीत
सवाल: समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी के इस्तीफा पर क्या कहेंगे?
जवाब: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार अच्छा काम कर रही है. कुछ अधिकारी मनमानी कर रहे हैं. इसे नकारा नहीं जा सकता. मैं शुरू से कहता रहा हूं कि मंत्री बड़ा होता है न कि सचिव. मंत्री के मान-सम्मान पर ठेस पहुंचने पर ऐसी घटना स्वाभाविक है. हमलोग जनता के बीच से आते हैं. लोगों की बहुत सी मांगें रहती हैं. सभी चाहते हैं कि उनका काम हो. सही काम का प्रस्ताव हमलोग विभाग के पास रखते हैं. हमलोग नीतीश कुमार के नेतृत्व में काम करते हैं. मदन सहनी मंत्री हैं. मुझे लगता है कि नीतीश कुमार इस संबंध में बात करेंगे और इस मामले का निदान हो जाएगा.
सवाल: क्या आपके विभाग में भी इस तरह की मनमानी है?
जवाब: नहीं, मेरे विभाग में इस तरह की मनमानी नहीं है. हमलोग आपस में सामंजस्य बनाकर काम कर रहे हैं.
सवाल: अधिकारियों की मनमानी की बात सामने आने से विपक्ष को हमला करने का मौका मिल गया है.
जवाब: इससे न सरकार गिरेगी न विपक्ष को मौका मिलेगा. बिहार में विपक्ष के पास क्या एजेंडा है? कोरोना महामारी के दौरान विपक्ष के नेता कहां थे? कहीं इनका चेहरा दिखा क्या? विपक्ष के नेता को तो हमारे देश के टीके पर भरोसा नहीं है. वह तो विदेशी वैक्सीन लेते हैं. उन्हें अपने देश की दवा पर विश्वास नहीं है. आखिर वह जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं?
सवाल: मनमानी कर रहे अधिकारियों पर क्या कार्रवाई होनी चाहिए?
जवाब: इस मामले का समाधान हमलोग अपने नेता नीतीश कुमार के साथ बैठकर कर लेंगे. विभाग सामंजस्य से चलता है. कुछ पदाधिकारी को अगर अहंकार है तो अहंकार से काम नहीं चलता है. हमलोग सही बात रखते हैं. पूरा काम नियम के अनुसार होता है. जो अधिकारी अनुशासनहीन हैं. काम में गड़बड़ी की है. कहीं कोई भ्रष्टाचार किया है तो ऐसी स्थिति में हमलोग चाहते हैं कि वैसे पदाधिकारी हमलोगों के बीच नहीं रहें. उनका तबादला हो.
सवाल: कई अधिकारी तो मंत्री का फोन तक रिसीव नहीं करते.
जवाब: कोई पदाधिकारी अगर मंत्री का फोन रिसीव नहीं कर रहे हैं तो यह गलत है. नीतीश कुमार इस मामले को संज्ञान में लेंगे. मंत्री का फोन नहीं उठाना गलत है.
सवाल: मदन सहनी को मनाने के लिए क्या कोशिश हो रही है?
जवाब: मदन सहनी हमलोगों के साथी हैं. हमलोग नीतीश कुमार के नेतृत्व में विश्वास करते हैं. वह मामले को संभाल लेंगे.
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