पटना: नये साल में पहली बार आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनता दरबार (CM Nitish Janta Darbar) में लोगों की फरियाद सुने. जनता के दरबार में फरियादियों ने मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगायी. वहीं, जनता दरबार के बाहर पंचायत चुनाव में हुए हत्या मामले (Panchayat Elections Murder Case) को लेकर भी परिजन गुहार लगाने पहुंचे.
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मोतिहारी से पहुंचे परिवार अपने बेटे की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगा रहा है. परिवार वालों का आरोप है कि पंचायत चुनाव से ठीक पहले दबंगों ने बेटे की हत्या कर दी और अब कोई अधिकारी सुन नहीं रहा है. 4 महीना पहले रजिस्ट्रेशन भी करवाया, लेकिन अब तक जनता दरबार के लिए बुलावा नहीं आया है.
मोतिहारी जिला के मधुबन थाना क्षेत्र से पहुंचे कमल देव पंडित का कहना है कि उनके बेटे राजेश की हत्या पंचायत चुनाव से ठीक पहले कर दी गई, उनका बेटा चुनाव लड़ने वाला था और इसलिए दबंगों ने हत्या कर दी. मामले को रफा-दफा करने के लिए प्रलोभन भी दिया गया. कई अधिकारियों से शिकायत भी हमने की है लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुआ है.
फरियादी कमल देव का कहना है कि मामले में अभियुक्तों की गिरफ्तारी भी नहीं हुई है. इसलिए मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार लगाने आए हैं. जनता दरबार में मुख्यमंत्री को अपनी परेशानियों से अवगत कराने के लिए चार महीना पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन भी करवाया है. लेकिन सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी जनता दरबार में जाने नहीं दे रहे हैं.
मृतक की मां आशा देवी का कहना है कि उनका बेटा काफी लोकप्रिय था, चुनाव में इस बार जीत जाता. लेकिन रास्ता से उसे हटा दिया गया, अब कोई सुन नहीं रहा है. वहीं मृतक की पत्नी अनिशा कुमारी का कहना है कि उनके पति समाज सेवा ही करते थे. छोटे बच्चे को लेकर न्याय के लिए दर-दर भटकने की बात भी कह रही है.
मुख्यमंत्री के जनता दरबार के बाहर हत्या और जमीन विवाद के मामले लगातार लेकर लोग आ रहे हैं. लोग परेशान इसलिए है कि 3 से 4 महीना हो गया लेकिन अभी तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी कोई सूचना जनता दरबार के लिए नहीं आई है. इसलिए लोग उम्मीद से पहुंच रहे हैं कि उनकी बात मुख्यमंत्री तक चली जाएगी. लेकिन सब को निराश ही लौटना पड़ रहा है.
बता दें कि जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम प्रत्येक महीने के पहले तीन सोमवार को आयोजित होता है. एक दिन में मुख्यमंत्री कई लोगों से मिलते है और उनकी समस्याएं सुनते हैं. हर सोमवार को अलग-अलग विभाग की समस्याएं ली जाती है. जनता दरबार में जिस दिन जिस विभाग की समस्या सुनी जाती है, उस दिन उस विभाग के तमाम पदाधिकारी और मंत्री मौजूद रहते हैं.
प्रथम सोमवार : गृह राजस्व एवं भूमि सुधार, कारा, मद्य निषेध उत्पाद निबंधन विभाग, निगरानी विभाग और खान एवं भूतत्व विभाग के मामले लिए जाएंगे.
द्वितीय सोमवार : स्वास्थ्य, शिक्षा, समाज कल्याण, पिछड़ा अति पिछड़ा विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी, सूचना प्रावैधिकी कला संस्कृति, वित्त, श्रम संसाधन व अन्य विभाग.
तृतीय सोमवार : ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य, पंचायती राज, ऊर्जा, पथ निर्माण, पीएचईडी, गन्ना विकास, सहकारिता, पशु व मत्स्य संसाधन, जल संसाधन, लघु जल संसाधन, नगर विकास, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, वन एवं पर्यावरण, भवन निर्माण व अन्य विभाग.
जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आए हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी गई है.
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