पटनाः एक बार फिर राजधानी का पटनासिटी कुहासे की चादर में लिपट गया है. आसमान की तरह जमीन भी सफेद दिख रही है. सुबह के नौ बजे तक कुहासा छाया हुआ रहा. बढ़ते ठंड से हर कोई परेशान दिखा.
ठिठुर रहे हैं पटनासिटी के लोग
इन दिनों राजधानी पटना में ठंड ने फिर से दस्तक दी है. यानी ठंड के दोबारा वापस आ जाने से पटनावासी पूरी तरह से परेशान हैं. पूरी राजधानी शिमला बन चुकी है. ऐसे में पटनासिटी के लोग भी ठिठुर रहे हैं. ठंड ने गाड़ियों पर ब्रेक लगा दिया है.
प्लास्टिक जलाने को मजबूर हैं लोग
सरकार और जिलाप्रसशन का दावा है कि ठंड से बचाव के लिये जगह-जगह अलाव की व्यवस्था की जा रही है. लेकिन सच्चाई यह है कि लोग प्लास्टिक जलाने को मजबूर हैं. इस ठंड में प्लास्टिक, कूड़ा-कचरा चुन कर उसे जलाकर लोग शरीर को गर्म कर रहे हैं.
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'ठंड से बचाव के लिये कोई व्यवस्था नहीं'
पटनासिटी के बाईपास इलाके में घर सड़क और खेत-खलिहान सब जगह कुहासे की चादर चढ़ी हुई है. चाय दुकानदार जयराम का कहना कि प्लास्टिक जलाने से पर्यावरण और शरीर दोनों की क्षति है. लेकिन हमलोग मजबूर हैं. जिला प्रसाशन की ओर से आज तक ठंड से बचाव के लिये कोई व्यवस्था नहीं की गई है. हमलोग मजबूर होकर प्लास्टिक जलाकर शरीर गर्म करते हैं.