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मसौढ़ी में डेंगू के डंक से सहमे लोग, 2 नवंबर से आमरण अनशन का ऐलान

जिले में अब तक 17 डेंगू मरीज (Dengue Patient)की पहचान हुई है. लेकिन अब तक मात्र 5 मरीजों का इलाज अस्पताल में हुआ है, बांकी के मरीज अपने पैसे से निजी क्लीनिक में इलाज करवा रहे है. पढ़ें पूरी खबर...

मसौढ़ी में डेंगू
मसौढ़ी में डेंगू
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Published : Oct 25, 2022, 9:43 PM IST

Updated : Oct 26, 2022, 8:23 AM IST

मसौढ़ी : लगातार बाढ़ और बारिश का कहर थमने के साथ ही मसौढ़ी में (Dengue in Masaudhi)अब डेंगू ने लोगों को जीना मुहाल कर दिया है. मसौढ़ी नगर परिषद प्रशासन की उदासीनता और लापरवाही से आजिज होकर नगरवासी बहुत ही परेशान और गुस्से में हैं. 2 नवंबर से लोग आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान कर दिए हैं. जमे पानी में डेंगू मच्छर का प्रकोप शुरू हो गया है. जिले में अब तक 17 डेंगू से पीड़ित मरीजों की पहचान (Dengue Patient In Masaurhi) हुई है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

ये भी पढ़ें : डेंगू का डंक: वैशाली सदर अस्पताल में 31 मामले आए सामने

सफाई को लेकर आवेदन देकर लगाई थी गुहार : वहीं मसौढ़ी में नगर परिषद के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर नगर परिषद के पूर्व नगर उपाध्यक्ष संजय केसरी ने कहा कि 2 नवंबर से आमरण अनशन होगा. दरअसल पिछले कई दिनों से नगर परिषद के उपाध्यक्ष रहे संजय केसरी ने लगातार विभिन्न मोहल्लों में हो रहे डेंगू से आमजन की परेशानियों को देखते हुए नालियों को साफ सफाई करने और कूड़ा कचरा साफ करने को लेकर आवेदन देकर गुहार लगाई थी. बावजूद नगर परिषद प्रशासन द्वारा फागिंग की छिड़काव और एंटी लारवा लारवा के छिड़काव करने में महज औपचारिकता ही निभाई जा रही है. जिसके कारण कई मुहल्लों में डेंगू फैल रहा है. कई लोग इसके चपेट में आ चुके हैं.

मसौढ़ी में 17 से अधिक लोगों को हुआ डेंगू : जानकारी के मुताबिक अब तक 17 से अधिक लोगों को डेंगू हो गया है जो इधर-उधर अपना इलाज करवा रहे हैं वहीं सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक महज 5 मरीज प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में इलाज करवा रहे हैं लेकिन आमजन की माने तो अब तक दर्जन भर से अधिक लोग डेंगू का शिकार हो गए हैं लेकिन नगर परिषद प्रशासन द्वारा गली मोहल्ले में साफ सफाई नहीं की जा रही हैं।

'जानलेवा है डेंगू बुखार' : हड्डी तोड़ के नाम से प्रख्यात जानलेवा डेंगू बुखार जिले में तेजी से पांव पसार रहा है. जिले में अब तक लगभग आधे दर्जन लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. चिकित्सकों के अनुसार दिल्ली से आने वाले प्रदेशवासी इस साल डेंगू के डेन-2 और डेन-4 वॉयरस साथ लेकर आ रहे हैं. वहीं, जांच और इलाज की बेहतर व्यवस्था नहीं होने से डेंगू खतरनाक रुप ले रहा है. गौरतलब है कि पिछले पांच सालों से डेंगू जानलेवा बीमारी के रुप में सामने आई है.



" विभिन्न मोहल्लों के वार्ड में एंटी लारवा का छिड़काव किया जा रहा है. फागिंग भी करवाई जा रही है. जहां-जहां से भी शिकायतें आ रही है वहां वहां युद्ध स्तर पर साफ-सफाई चलाया जाता है. " - जगन्नाथ यादव, कार्यपालक पदाधिकारी, मसौढी

"विभिन्न मोहल्लों में हो रहे डेंगू से आमजन परेशान हैं. परेशानियों को देखते हुए नालियों को साफ-सफाई को लेकर आवेदन देकर गुहार लगाई थी. नगर परिषद प्रशासन द्वारा फागिंग की छिड़काव और एंटी लारवा लारवा के छिड़काव करने में महज औपचारिकता ही निभाई जा रही है. " - संजय केशरी, पूर्व नगर उपाध्यक्ष, नगर परिषद मसौढ़ी

ये भी पढ़ें : डेंगू का डंक: मुंगेर में दर्जनभर से ज्यादा लोग हुए शिकार, बढ़ रही है मरीजों की संख्या

मसौढ़ी : लगातार बाढ़ और बारिश का कहर थमने के साथ ही मसौढ़ी में (Dengue in Masaudhi)अब डेंगू ने लोगों को जीना मुहाल कर दिया है. मसौढ़ी नगर परिषद प्रशासन की उदासीनता और लापरवाही से आजिज होकर नगरवासी बहुत ही परेशान और गुस्से में हैं. 2 नवंबर से लोग आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान कर दिए हैं. जमे पानी में डेंगू मच्छर का प्रकोप शुरू हो गया है. जिले में अब तक 17 डेंगू से पीड़ित मरीजों की पहचान (Dengue Patient In Masaurhi) हुई है. जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.

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सफाई को लेकर आवेदन देकर लगाई थी गुहार : वहीं मसौढ़ी में नगर परिषद के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर नगर परिषद के पूर्व नगर उपाध्यक्ष संजय केसरी ने कहा कि 2 नवंबर से आमरण अनशन होगा. दरअसल पिछले कई दिनों से नगर परिषद के उपाध्यक्ष रहे संजय केसरी ने लगातार विभिन्न मोहल्लों में हो रहे डेंगू से आमजन की परेशानियों को देखते हुए नालियों को साफ सफाई करने और कूड़ा कचरा साफ करने को लेकर आवेदन देकर गुहार लगाई थी. बावजूद नगर परिषद प्रशासन द्वारा फागिंग की छिड़काव और एंटी लारवा लारवा के छिड़काव करने में महज औपचारिकता ही निभाई जा रही है. जिसके कारण कई मुहल्लों में डेंगू फैल रहा है. कई लोग इसके चपेट में आ चुके हैं.

मसौढ़ी में 17 से अधिक लोगों को हुआ डेंगू : जानकारी के मुताबिक अब तक 17 से अधिक लोगों को डेंगू हो गया है जो इधर-उधर अपना इलाज करवा रहे हैं वहीं सरकारी आंकड़ों के मुताबिक अभी तक महज 5 मरीज प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में इलाज करवा रहे हैं लेकिन आमजन की माने तो अब तक दर्जन भर से अधिक लोग डेंगू का शिकार हो गए हैं लेकिन नगर परिषद प्रशासन द्वारा गली मोहल्ले में साफ सफाई नहीं की जा रही हैं।

'जानलेवा है डेंगू बुखार' : हड्डी तोड़ के नाम से प्रख्यात जानलेवा डेंगू बुखार जिले में तेजी से पांव पसार रहा है. जिले में अब तक लगभग आधे दर्जन लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. चिकित्सकों के अनुसार दिल्ली से आने वाले प्रदेशवासी इस साल डेंगू के डेन-2 और डेन-4 वॉयरस साथ लेकर आ रहे हैं. वहीं, जांच और इलाज की बेहतर व्यवस्था नहीं होने से डेंगू खतरनाक रुप ले रहा है. गौरतलब है कि पिछले पांच सालों से डेंगू जानलेवा बीमारी के रुप में सामने आई है.



" विभिन्न मोहल्लों के वार्ड में एंटी लारवा का छिड़काव किया जा रहा है. फागिंग भी करवाई जा रही है. जहां-जहां से भी शिकायतें आ रही है वहां वहां युद्ध स्तर पर साफ-सफाई चलाया जाता है. " - जगन्नाथ यादव, कार्यपालक पदाधिकारी, मसौढी

"विभिन्न मोहल्लों में हो रहे डेंगू से आमजन परेशान हैं. परेशानियों को देखते हुए नालियों को साफ-सफाई को लेकर आवेदन देकर गुहार लगाई थी. नगर परिषद प्रशासन द्वारा फागिंग की छिड़काव और एंटी लारवा लारवा के छिड़काव करने में महज औपचारिकता ही निभाई जा रही है. " - संजय केशरी, पूर्व नगर उपाध्यक्ष, नगर परिषद मसौढ़ी

ये भी पढ़ें : डेंगू का डंक: मुंगेर में दर्जनभर से ज्यादा लोग हुए शिकार, बढ़ रही है मरीजों की संख्या

Last Updated : Oct 26, 2022, 8:23 AM IST
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