पटना: राजधानी में बारिश फिर से शुरू हो गई है. लोगों की समस्या बढ़ती जा रही है. जलजमाव के कारण आम से खास सभी परेशान हैं. अगल-अगल इलाके से लोग वीडियो बनाकर ईटीवी भारत के संवाददाता को भेज रहे हैं और मदद की गुहार लगा रहे हैं.
यह तस्वीर गर्दनीबाग इलाके की है. आपको बता दें कि गर्दनीबाग में रोड नंबर 3 से लेकर के 17 तक जितने भी सरकारी आवास हैं सभी में 3 से 4 फीट तक पानी है. कई जहरीले सांप और बिच्छू लोगों के घरों में प्रवेश कर गए हैं. बॉर्डर ब्लॉगिंग के सवाल पर बिजली भी काट दिया गया है. वार्ड नंबर 5 और 4 की स्थिति तो और भी भयावह है. जहां आदिवासी कॉलोनी में 36 घंटे से रोड पर ही गाय मरी पड़ी है. लेकिन निगम के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करने से लोगों को अब बीमारी का भी भय सताने लगा है.
कैमरे से बचते दिखें नगर निगम के अधिकारी
एक ओर जहां शहर में जल जमाव की भयावह स्थिति है, लोगों की जान पर बन आई है. ऐसे में नगर निगम के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. लोगों का कहना है कि इस विपत्ति से बाहर निकालने में कोई उनकी मदद नहीं कर रहा है. इस बावत ईटीवी भारत के संवाददाता ने जब निगम के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की वो कैमरे से बचते नजर आएं.
वीडियो के माध्यम से पत्रकारों से मदद की गुहार
निगम का कहना है कि अधिकारी आपदा राहत कार्य में व्यस्त हैं. लेकिन सवाल यह है कि जब निगम राहत कार्य में जुटा है तो लोगों को मदद क्यों नहीं मिल रही है. क्यों लोग वीडियो भेजकर पत्रकारों से मदद की गुहार लगा रहे हैं? एक तरफ सरकार का दावा है कि प्रभावित लोगों को आपदा से बाहर निकालने के लिये पूरी मुस्तैदी से काम किया जा रहा है लेकिन सवाल यह उठता है कि क्या पूरा प्रशासन सिर्फ राजेंद्र नगर इलाके के लिए है. अन्य जिन इलाकों में जलजमाव है वहां कोई देखने वाला नहीं है.