पटना: शुक्रवार को 58 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत नालन्दा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मेडिसिन विभाग के बाहर हो गयी. मरीज की मौत के बाद भी वहां डॉक्टर नहीं पहुंचे. इससे परिजनों में काफी आक्रोश है. परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
डॉक्टरों की लापरवाही का मामला
सरकार द्वारा घोषित कोरोना का पहला अस्पताल एनएमसीएच में डॉक्टरों की लापरवाही का मामला सामने आया है. शुक्रवार को एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत अस्पताल के मेडिसिन विभाग के बाहर हो गई. परिजनों का आरोप है कि मरीज काफी देर तक मेडिसिन विभाग के बाहर जमीन पर पड़ा रहा. लेकिन कोई डॉक्टर उसे देखने नहीं गया. उनका कहना है कि इलाज के आभाव में मरीज की मौत हो गई.
कोरोना वार्ड में शिफ्ट करने के दौरान हुई मौत
बता दें कि सारण जिले के कोतकी गांव निवासी 58 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव मरीज कुछ ही दिन पहले दिल्ली से हृदय रोग का ईलाज करवा कर घर लौटा था. बीते बुधवार को बुखार लगने के कारण उसे एनएमसीएच में भर्ती कराया गया. अस्पताल प्रशासन ने मरीज का सैम्पल आरएमआरआई संस्थान को भेजा. जांच में व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया गया. शुक्रवार को उसे कोरोना वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा था. तभी रास्ते में मरीज गिर गया और उसकी मौत हो गई.