पटना: बिहार की राजधानी पटना में आई बाढ़ के पानी की निकासी न होने से नाराज लोगों ने शनिवार को राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान लोगों ने स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार से उन्हें राहत प्रदान करने की मांग की.
पटना के दानापुर इलाके के निवासियों ने गोला रोड टी पॉइंट के पास सड़क पर जाम लगा दिया. इस दौरान लोगों ने टायर जलाए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. उन्होंने कहा कि पटना नगर निगम और अन्य सरकारी एजेंसियां छह दिन पहले बारिश बंद होने के बाद भी कॉलोनियों और अपार्टमेंटों से बाढ़ के पानी को बाहर निकालने में विफल रही हैं. स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से सड़क पर की गई नाकेबंदी को खत्म करने का अनुरोध किया.
क्या कहते हैं स्थानीय निवासी?
पीड़ित लोगों का कहना है कि गोला रोड के पूर्वी छोर से तीन-तीन नालों को बंद कर देने और बाजार समिति की तरफ से सड़क को काटे जाने से वार्ड 20 पूरी तरह से जलमग्न हो गया है. लोगों ने बताया कि घरों में पानी घुसने से रहना तो दूभर हो ही गया है, खाना पीना सब दुश्वार हो गया है. बार बार शिकायत करने के बावजूद न तो नगर परिषद ध्यान दे रहा है और न ही जिला प्रशासन. इसलिए बाध्य होकर हमे सड़क पर उतरना पड़ा है. हालांकि बाद में पुलिस प्रशासन के समझाने के बाद लोगों ने जाम तो हटा लिया. लेकिन जिला प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द ही जलजमाव की समस्या से निजात नहीं मिला, तो इससे भी ज्यादा उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.
बढ़े फलों और सब्जियों के दाम
अधिकारियों के अनुसार, जलभराव वाले क्षेत्रों में राजेंद्र नगर, कंकड़बाग और कदमकुआं इलाके में रहने वालों को अभी तक कोई राहत नहीं मिली है. यहां अभी भी तीन-चार फुट तक पानी जमा है. शहर में अभी भी जाम सीवेज और ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त किया जाना बाकी है. दूसरी तरफ, पटना का बड़ा हिस्सा जलमग्न होने से पिछले चार दिनों में फलों और सब्जियों जैसी आवश्यक वस्तुओं के दाम बढ़ गए हैं.
बाढ़-बारिश से अब तक 73 की मौत
बिहार में हुई भारी बारिश के बाद पटना के अलावा 14 जिलों में बाढ़ आई है. राज्य में बाढ़ की वजह से मरने वालों का आधिकारिक आंकड़ा 73 तक पहुंच गया है.