पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आज से जनता दरबार (Janta Darbar) के माध्यम से लोगों की शिकायत सुनकर उसे दूर कर रहे हैं. सीएम जहां लोगों से शिकायतें सुन रहे हैं वहां तो कोरोना गाइडलाइन का पालन हो रहा है लेकिन जनता दरबार के बाहर लोगों की भीड़ कोरोना गाइडलाइन की खिल्ली उड़ा रहे हैं.
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गौरतलब है कि सीएम नीतीश कुमार 5 साल बाद एक बार फिर जनता के दरबार की शुरुआत किये हैं. जहां आज लगभग 200 लोगों की फरियाद सुनी जाएगी. अपनी समस्याओं को लेकर लोग सीएम जनता दरबार में पहुंचे हैं. वहीं जनता दरबार के बाहर भी काफी संख्या में लोग इकट्ठा हुए हैं. लेकिन उनलोगों को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई है.
इस बार जनता दरबार में जाने के लिए व्यवस्था बदल दी गई है. अब जनता दरबार में शामिल होने वालों को पहले से ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा और उनका आरटीपीसीआर टेस्ट होगा, निगेटिव आने पर ही उन्हें जनता दरबार में आने की अनुमति होगी. ऐसे लोगों को वैक्सीन यदि नहीं लिए हैं तो दिया जाएगा. लोग अपनी समस्याओं को लेकर इस उम्मीद से पहुंचे हैं कि मुख्यमंत्री उनकी समस्याओं को सुनेंगे और उसे दूर करेंगे.
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जनता दरबार के बाहर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची भीड़ में पटना के अलावा बेगूसराय, नालंदा, परबत्ता सहित कई इलाकों से लोग आए हैं. लोग कई स्थानों से मुख्यमंत्री से मिलने की उम्मीद से पहुंचे हैं लेकिन लोगों को जनता दरबार में जाने नहीं दिया जा रहा है. बड़ी संख्या में लोग उम्मीद के साथ धूप में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. लोगों द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा है. जो बहुत बड़ी लापरवाही है.