पटना: राजधानी पटना के तमाम चौक-चौराहों पर लोग सड़क पार कर सकें इसके लिए ट्रैफिक विभाग की ओर से पेडेस्ट्रियन बनाए गए हैं. प्रमुख अस्पतालों और कॉलेजों के आसपास भी सड़क पर पेडेस्ट्रियन बनाए गए हैं. इसके बावजूद लोग इधर-उधर से सड़क पार करते देखे जाते हैं. कहीं न कहीं इस तरह की लापरवाही हादसे को निमंत्रण देती है.
लोग पेडेस्ट्रियन का कितना इस्तेमाल करते हैं ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने जब इसकी ग्राउंड रियलिटी जाननी चाही तो जागरूकता की कमी दिखी. पुलिसकर्मी लोगों को पेडेस्ट्रियन से ही सड़क पार करने की हिदायत देते नजर आते हैं, लेकिन लोगों पर इसका अधिक असर नहीं होता.
लोगों को पता नहीं पेडेस्ट्रियन का उपयोग
बेतरतीब तरीके से सड़क पार कर रहे लोगों से जब हमने पूछा कि वे सड़क पर मार्क किए गए पेडेस्ट्रियन का उपयोग क्यों नहीं करते तो लोग बहाने बनाने लगे. लोगों को पता ही नहीं था कि पेडेस्ट्रियन का उपयोग ट्रैफिक रुकने के बाद सड़क पार करने के लिए होता है. राजधानी में चल रहे निर्माण कार्य के चलते भी कई चौक चौराहों और प्रमुख जगहों पर बनाए गए जेबरा क्रॉसिंग और पेडेस्ट्रियन मिट गए हैं.
"पिछले साल कम्युनिटी पुलिस द्वारा चलाई गई मुहिम के कारण लोगों में कुछ जागरूकता आई थी. इस साल कोरोना संक्रमण के कारण जागरूकता अभियान नहीं चलाया जा सका. समय-समय पर इसके लिए जागरूकता अभियान चलाते रहने की जरूरत है ताकि लोग सुरक्षित रूप से सड़क पार करें और हादसों में कमी आए."- धीरज, अधिकारी, कम्युनिटी ट्रैफिक पुलिस, पटना