पटना: कोरोना संक्रमण के मद्देनजर लॉकडाउन से कुछ दिनों पूर्व कॉलेज पूरी तरह बंद कर दिए गए थे. वहीं पटना विश्वविद्यालय के ग्रेजुएशन फाइनल ईयर के ऑनर्स पेपर की परीक्षा मात्र बची रह गई थी. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रबंधन ने लंबे लॉकडाउन के बाद परीक्षा आयोजित कराने की अनुमति मिलने के बाद सोमवार को फाइनल ईयर के बची हुई ऑनर्स पेपर की परीक्षा का आयोजन कराया. पटना विश्वविद्यालय के सभी कॉलेजों में विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राओं के सेंटर पर थे और सभी जगह कोरोना को लेकर तमाम एहतियात के नियमों को फॉलो किया गया.
'6 महीने से था परीक्षा का इंतजार'
गांधी मैदान के पास स्थित मगध महिला कॉलेज में पटना विमेंस कॉलेज की छात्राओं का सेंटर पड़ा हुआ था और परीक्षा देकर निकलती छात्राओं के चेहरे पर काफी खुशी दिखाई पड़ी. परीक्षा देकर निकलती छात्रा अंजलि ने बताया कि उन्हें 6 महीने और 1 सप्ताह से परीक्षा का इंतजार था. उन्होंने बताया कि फिलॉसफी विषय की परीक्षा बची रह गई थी और वह लंबे समय से परीक्षा देने के लिए इंतजार कर रही थी. अंजलि ने बताया कि वह सभी प्रिकॉशन लेकर परीक्षा देने पहुंची हुई थी और परीक्षा काफी अच्छा गया.
परीक्षा हॉल एहतियात फॉलो किए गए
छात्रा अनन्या ने बताया कि पिछले 6 महीने से वह मात्र एक पेपर की परीक्षा के लिए इंतजार कर रही थी. उन्होंने बताया कि वह लंबे समय से परीक्षा देना चाहती थी क्योंकि फाइनल ईयर के ऑनर्स पेपर के मेन सब्जेक्ट का एवरेज मार्किंग नहीं चाहती थी. उन्होंने बताया कि सेंटर पर सभी एहतियात फॉलो किए गए और परीक्षा हॉल में सभी छात्राएं मास्क पहनकर परीक्षा दिए. वहीं उन्होंने बताया कि एक बेंच छोड़कर दूसरे बेंच पर छात्राओं को बैठाया गया था और परीक्षा हॉल में फिजिकल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया.
छात्राओं के चेहरे पर खुशी
बता दे कि लंबे समय के बाद परीक्षा के मौके पर लड़कियां एक साथ जुटी थी. इस दौरान सभी लड़कियों के चेहरे पर खुशी दिखाई पड़ी. परीक्षा देने के बाद लड़कियां एक दूसरे से कॉलेज कैंपस में गप्पे लड़ाती और मोबाइल के सेल्फी में तस्वीरें कैद करती हुई नजर आई.