पटना: बिहार में चाय का व्यापार चर्चा का विषय बना हुआ है. ग्रेजुएट चाय वाली से लेकर बेरोजगार चाय वाले की कहानी सभी लोग जानते हैं. इसी कड़ी में इन दिनों एक ऐसा चायवाला सिंगर चर्चा का विषय बन गया है, जिसकी चाय आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव से लेकर पाटलिपुत्र से बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव भी पी चुके हैं. सीतामढ़ी जिले के रहने वाले रामरस बिहारी वर्ष 2000 से गांधी मैदान में चाय बेचते हैं. गांधी मैदान में सुबह से लेकर देर रात तक नींबू चाय पिलाने वाले कई लोग हैं लेकिन राम रस उन सभी में कुछ अलग है.
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गायिकी के साथ-साथ मिमिक्री में भी माहिर: चायवाला सिंगर रामरस बिहारी न केवल अच्छी चाय बनाकर बेचता है, बल्कि गायिकी के साथ-साथ मिमिक्री भी करता है. पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और अभिनेता नाना पाटेकर, सनी देओल, सुनील शेट्टी, जैकी श्रॉफ और मोटू पतलू की भी वह आवाज निकाल लेता है. वहां आने वाले ज्यादातर लोग लालू की मिमिक्री सुनना खूब पसंद करते हैं.
"गायक बनना मेरा सपना है. इसके लिए मैंने कोशिश भी की है. चाय के पैसे से पिछले साल छठ मैया पर एल्बम भी बनाया था. इस साल भी देवी गीत गाया है, जो जल्द ही रिलीज होने वाला है. मैं खुद ही अपना गीत लिखता हूं और उसे कंपोज भी करता हूं. बिहार और बिहारी की शान में भी गाना तैयार किया है. इसके अलावे अलग-अलग लोगों की मिमिक्री भी करता हूं"- रामरस बिहारी, चायवाला सिंगर
रामकृपाल यादव ने की रामरस बिहारी की तारीफ: अभी शुक्रवार को पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र से बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव भी गांधी मैदान में टहल रहे थे. इसी बीच उनकी नजर राम रस चाय वाले पर पड़ी. सांसद रामकृपाल यादव ने राम रस चाय वाले की चाय पी और उसके बाद गाना भी सुना. गाना उनको काफी पसंद आया. इसके बाद रामकृपाल यादव ने उनको गले लगाकार उनकी गायिकी की सराहना की. साथ ही उज्ज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं.
चाय बेचकर गायक बनने की ख्वाहिश: राम रस बिहारी ने बताया कि वह ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं है. आंगनवाड़ी में जाकर पढ़ाई करता था. पैसे के अभाव के कारण वह पढ़ाई पूरा नहीं कर पाया लेकिन बचपन से ही उसे गीत गाने का शौक रहा है. संगीत की दुनिया में पहुंचने के लिए पैसे की जरूरत है. इसलिए मैं वर्ष 2000 में पटना आ गया. उसने बताया कि सुबह के समय में वह गांधी मैदान में चाय बेचता है और दोपहर के बाद भूंजा बेचता है. उसी दौरान लोगों को वह अपना गीत भी सुनाता है. लोगों की सराहना से हौसला बढ़ता है.
लालू-कुशवाहा भी पी चुके हैं उसकी चाय: राम रस को दो बेटी और एक बेटा है. वह अपने सभी बच्चों को पढ़ाना चाहता है. चाय बेचकर वह घर परिवार को चलाता है. उसी में से दो-चार पैसे बचाकर वह अपना गाना रिलीज करता है. उसने बताया कि गांधी मैदान में जब बड़ा कार्यक्रम होता है तो बड़े-बड़े नेता आते हैं. लालू प्रसाद यादव का गांधी मैदान में एक बड़ा कार्यक्रम का आयोजन था, उस समय लालू प्रसाद यादव आए थे तो मेरी चाय भी उन्होंने पी थी. उसके बाद उपेंद्र कुशवाहा और राम कृपाल यादव भी मेरी हाथ की चाय पी चुके हैं.
'एक दिन मैं भी बड़ा गायक बनूंगा': राम रस बिहारी का कहना है कि मेरा एक ही सपना है कि मैं गीत संगीत की दुनिया में अपना पहचान बनाऊं. इसी को लेकर सुनो रात पर मेरा जगराता गीत रिलीज हो रहा है. आने वाले छठ महापर्व में भी छठ मैया पर गीत गाएंगे. संगीत की दुनिया में पहचान बनाने के लिए मैं दिन-रात मेहनत करता हूं. पैसा बचाकर मैं गाना रिलीज करता हूं. वह कहता है कि गरीबी में जन्म हुआ लेकिन गरीबी में मरना नहीं चाहता हूं, इसलिए मेरा प्रयास जारी है. जब तक सफलता हाथ नहीं लगेगी, तब तक प्रतिदिन मैं सुबह में चाय बेचूंगा और शाम में भूंजा बेचकर अपना घर परिवार और अपने सपनों को साकार करूंगा.