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लॉकडाउन के कारण छात्र बगैर किराया दिए चले गए घर, हॉस्टल संचालकों को हो रही परेशानी - बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

निजी छात्रवास संचालक संघ के सचिव रणधीर कुमार बताते हैं कि सरकार के आदेश के बाद हम लोगों ने हॉस्टल को पूरी तरह से बंद कर दिया है. बावजूद मकान मालिक हमलोगों के ऊपर किराया को लेकर दबाव बना रहे हैं

निजी छात्रवास संचालक संघ
निजी छात्रवास संचालक संघ
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Published : May 11, 2020, 2:48 PM IST

पटना: कोरोना महामारी के दौरान राजधानी पटना में निजी मकान में निजी छात्रावास चलाने वाले व्यवसायियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन की वजह से कोई भी छात्र छात्रावास संचालको पैसा को नहीं दे पा रहा है. जबकि, छात्रवास संचालकों से मकान मालिक जबरदस्ती पैसे की मांग रहे हैं. इसको लेकर निजी छात्रावास संचालक संघ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र भी लिखा है.

'मकान मालिक को पैसा देने में हो रही असुविधा'
निजी छात्रवास संघ अध्यक्ष सुनील कुमार बताते हैं कि लॉकडाउन के वजह से राजधानी पटना में बिहार के कई अन्य जिलों से आकर पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं वापस अपने घर चले गए हैं. पटना के हजारों निजी आवास में निजी छात्रावास चल रहा है. घर जाने की वजह से कोई भी छात्र छात्रावास संचालक को पैसा नहीं दे रहा है. जिस वजह से निजी छात्रावास को मकान मालिक को पैसा देने में असुविधा हो रही है. लेकिन, मकान मालिकों की तरफ से जबरदस्ती पैसा मांगा जा रहा है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'सीएम नीतीश को लिखा पत्र'
निजी छात्रावास संघ ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर गुहार लगाई कि लॉकडाउन के दौरान मकान मालिकों को निर्देश दिया जाए कि छात्रावास वालों से पैसा ना वसूला जाए. वहीं, निजी छात्रावास संघ के अध्यक्ष ने बताया कि इस महामारी का असर जब तक रहेगा तब तक फिर से हम छात्रावास खोलने में असमर्थ हैं. हम लोगों का भविष्य भी भगवान भरोसे ही चल रहा है.

बिहार के बाहर के छात्र चले गए हैं वापस
गौरतलब है कि पटना में बिहार के अलावे झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के बच्चे काफी संख्या में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. यहां पर छात्र निजी छात्रावास में रहकर पढ़ाई करते हैं. लॉकडाउन लागू होने के बाद भी छात्र अपने-अपने जिले और अपने राज्य वापस चले गए हैं. इस वजह से छात्रों ने छात्रावास संचालकों को किराया नहीं दिया है. निजी छात्रवास संचालक संघ के सचिव रणधीर कुमार बताते हैं कि सरकार के आदेश के बाद हम लोगों ने हॉस्टल को पूरी तरह से बंद कर दिया है. बावजूद मकान मालिक हमलोगों के ऊपर किराया को लेकर दबाव बना रहे हैं

पटना: कोरोना महामारी के दौरान राजधानी पटना में निजी मकान में निजी छात्रावास चलाने वाले व्यवसायियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन की वजह से कोई भी छात्र छात्रावास संचालको पैसा को नहीं दे पा रहा है. जबकि, छात्रवास संचालकों से मकान मालिक जबरदस्ती पैसे की मांग रहे हैं. इसको लेकर निजी छात्रावास संचालक संघ ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र भी लिखा है.

'मकान मालिक को पैसा देने में हो रही असुविधा'
निजी छात्रवास संघ अध्यक्ष सुनील कुमार बताते हैं कि लॉकडाउन के वजह से राजधानी पटना में बिहार के कई अन्य जिलों से आकर पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं वापस अपने घर चले गए हैं. पटना के हजारों निजी आवास में निजी छात्रावास चल रहा है. घर जाने की वजह से कोई भी छात्र छात्रावास संचालक को पैसा नहीं दे रहा है. जिस वजह से निजी छात्रावास को मकान मालिक को पैसा देने में असुविधा हो रही है. लेकिन, मकान मालिकों की तरफ से जबरदस्ती पैसा मांगा जा रहा है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'सीएम नीतीश को लिखा पत्र'
निजी छात्रावास संघ ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर गुहार लगाई कि लॉकडाउन के दौरान मकान मालिकों को निर्देश दिया जाए कि छात्रावास वालों से पैसा ना वसूला जाए. वहीं, निजी छात्रावास संघ के अध्यक्ष ने बताया कि इस महामारी का असर जब तक रहेगा तब तक फिर से हम छात्रावास खोलने में असमर्थ हैं. हम लोगों का भविष्य भी भगवान भरोसे ही चल रहा है.

बिहार के बाहर के छात्र चले गए हैं वापस
गौरतलब है कि पटना में बिहार के अलावे झारखंड, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के बच्चे काफी संख्या में रहकर पढ़ाई कर रहे हैं. यहां पर छात्र निजी छात्रावास में रहकर पढ़ाई करते हैं. लॉकडाउन लागू होने के बाद भी छात्र अपने-अपने जिले और अपने राज्य वापस चले गए हैं. इस वजह से छात्रों ने छात्रावास संचालकों को किराया नहीं दिया है. निजी छात्रवास संचालक संघ के सचिव रणधीर कुमार बताते हैं कि सरकार के आदेश के बाद हम लोगों ने हॉस्टल को पूरी तरह से बंद कर दिया है. बावजूद मकान मालिक हमलोगों के ऊपर किराया को लेकर दबाव बना रहे हैं

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