पटना : राजधानी पटना में बढ़ती चोरी की वारदातों को लेकर पटना जिला प्रशासन ने चिंता जाहिर की है. पटना प्रशासन ने पुलिस अधिकारियों के साथ 5 दिसंबर के हिंदी भवन सभागार में एक बैठक की थी. इस बैठक में विधि व्यवस्था को लेकर चर्चा की गई. नाईट पेट्रोलिंग को तेज करने के लिए पटना प्रशासन ने बिहार पुलिस को आदेश भी दिए गये. इस बाबत, ईटीवी भारत ने बैठक के बाद ग्राउंड पर इन निर्देशों को क्या असर हुआ, इसकी पड़ताल की.
पटना प्रशासन ने आदेश दिया था कि शहर के गली, चौक-चौराहों पर पैदल गश्ती की साथ-साथ साइकिल गश्ती सुनिश्चित करायी जाए. ये आदेश पटना पटना प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारी ने दिए थे. इसके बाद आदेशों का किस तरह पालन किया जा रहा है. इसकी तस्दीक ईटीवी भारत संवाददाता नीरज त्रिपाठी ने रात के अंधेरे में की.
नाईट शिफ्ट, कोहरा और बिहार पुलिस
ईटीवी भारत की टीम ने देर रात जब पटना के चौक चौराहों के साथ-साथ गली में पड़ताल शुरू की तो पटना के कई चौक चौराहों पर पटना पुलिस के साथ जवान मुस्तैदी के साथ अपने ड्यूटी निभाते नजर आए. वहीं, पटना की गली कूचे में पुलिस के जवान हाथों में टॉर्च लेकर मुस्तैदी के साथ गश्त करते देखें गए.
ईटीवी रिपोर्टर ने रात के 1 बजे दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी मोड़ से ग्राउंड रियलिटी टेस्ट शुरू किया. यहां बिहार पुलिस के जवान फुर्ती के साथ ड्यूटी करते दिखाई दिए. जवान मुस्तैदी के साथ यहां से गुजरने वाले वाहन पर अपनी पैनी नजर रखे हुए थे.
रात के 1.30 बजे : बुद्धा कॉलोनी
ईटीवी भारत ने पटना के बुद्धा कॉलोनी थाना क्षेत्र इलाके में पुलिसिया गस्ती की तस्वीरें लेनी शुरू की. यहां भी पुलिस की नाईट पेट्रोलिंग विधिवत दिखाई दी. पुलिस जवान रात की ठंड में ड्यूटी देते नजर आए.
वहीं श्री कृष्णा पुरी, शास्त्री नगर, थाना क्षेत्र इलाके में मौजूद पुलिसकर्मी देर रात तक अपने अपने इलाके में रात्रि करती करते देखे गए.
रात 2 बजे : ग्राउंड रिपोर्ट
वहीं, जब हम रात 2 बजे पटना के विभिन्न इलाकों के गली कूचे में होने वाले पैदल गस्ती और साइकिल गस्ती की खोजबीन करने निकले तो पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र और कोतवाली थाना क्षेत्र में पुलिस के जवान हाथों में टॉर्च लिए पैदल गश्त लगाते और साइकिल से गश्त लगाते नजर आए. देर रात सड़कों पर अपनी ड्यूटी निभा रहे पुलिस अधिकारी ने कहा, 'विशेषकर चौक चौराहों से गुजरने वाले संदिग्ध लोगों और संदिग्ध गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है, जिससे शहर में बढ़ी चोरी की वारदातों पर नकेल कसा जा सके.'
चोरी की वारदातों पर एक रिपोर्ट : चोरों को पसंद है पटना ? 1 साल में 6806 चोरियां, दूसरे नंबर पर मुजफ्फरपुर