पटना: बारिश के दिनों में राजधानी पटना में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो जाते हैं. चक्रवाती तूफान यास (cyclone yaas) ने राजधानी पटना का दो दिन में पोल खोलकर रख दिया. झमाझम बारिश से मीठापुर बस स्टैंड में भी जल जमाव हो गया था. अब जल जमाव तो खत्म हो गया है, लेकिन बस स्टैंड में कीचड़ ही कीचड़ नजर आ रहा है. इससे यात्रियों को काफी कठिनाई हो रही है.
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कीचड़ इतना अधिक है कि मीठापुर बस स्टैंड में यात्री जाना नहीं चाहते. कीचड़ में चलने पर लोग फिसलकर गिर जाते हैं. इस कारण यात्री सड़क के किनारे खड़े नजर आते हैं. बस वाले बस को सड़क पर निकालकर यात्री बैठाते हैं. मीठापुर बस स्टैंड से प्रतिदिन सैकड़ों की तादाद में विभिन्न जिलों के लिए बसें खुलती हैं.
हर साल बारिश में होता है यह हाल
बस स्टैंड के अंदर तो पहले से ही गड्ढों के कारण सालों भर पानी लगा रहता है. पिछले 2 दिनों में हुई बारिश ने बस स्टैंड को नारकीय बना दिया है. कीचड़ ने हालत और बदतर कर दी है. हमने कई यात्रियों से बात की. उन्होंने बताया कि पटना के बस स्टैंड का यह हाल है कि यात्री बस स्टैंड के अंदर नहीं जा सकते. मीठापुर बस स्टैंड में कीचड़ जमा होना कोई नई बात नहीं है. हर साल बारिश के दिनों में यहां ऐसी ही स्थिति रहती है. नगर निगम ने मीठापुर बस स्टैंड को जल जमाव और कीचड़ से निजात दिलाने के लिए कोई ठोस उपाय नहीं किया है.
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