पटना: प्रदेश में कोरोना संक्रमण आए दिन पुराने रिकॉर्ड तोड़ रहा है. पटना कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है. बिहार में पॉजिटिविटी रेट 3.14% है, वहीं पटना में पॉजिटिविटी रेट 20.65% है. बुधवार को राजधानी पटना में कोरोना संक्रमण (Patna Corona Update) के 2272 मामले सामने आए हैं, जिसमें नए मामलों की संख्या 2182 है और बाकी 90 मामले फॉलोअप के हैं. इनमें पटना जिले के 1912 मामले हैं और 217 मामले अन्य जिलों के हैं, जिनका सैंपल पटना में जांचा गया है.
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बुधवार को पटना में मिले 2182 नए मामले में 18 से कम उम्र के बच्चों की संख्या लगभग 100 के करीब है. राजधानी पटना में इस समय लगभग 14,780 एक्टिव मामलों में 18 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों की संख्या 700 से अधिक है. कोरोना की तीसरी लहर में इस बार बच्चे काफी ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. इसको लेकर पहले भी स्वास्थ्य विभाग ने जागरूक रहने की बात कही थी.
'बुधवार के 2 बजे तक मेरे पास जो रिपोर्ट आया है, उसके मुताबिक बीते 24 घंटे में पटना में 2182 नए मामले सामने आए हैं. इनमें लगभग सभी हल्के से मध्यम स्तर के संक्रमण के लक्षण से ग्रसित हैं. पटना में अभी 14000 से अधिक एक्टिव मामले हैं. इनमें 90 मरीज पटना के विभिन्न सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में एडमिट हैं. वहीं 107 मरीज पटना के प्राइवेट अस्पतालों में एडमिट हैं. 6 मरीज डिस्ट्रिक्ट कोविड हेल्थ केयर सेंटर में एडमिट हैं, जिसमें होटल पाटलिपुत्र अशोक में दो और पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में चार मरीज एडमिट हैं. उन्होंने बताया कि पटना में 201 मरीज अस्पतालों में एडमिट हैं और शेष मरीज होम आइसोलेशन में हैं.' -डॉ. विभा कुमारी, सिविल सर्जन पटना
सिविल सर्जन डॉ. विभा कुमारी ने बताया कि जो मरीज होम आइसोलेशन में हैं, उनकी मॉनिटरिंग लगातार की जा रही है. इसके लिए डीएचएस के कंट्रोल रूम में प्रतिनियुक्त कर्मी प्रतिदिन फोन करके मरीज का हेल्थ अपडेट जानते हैं. इसके अलावा डीआरसीसी से भी मरीज के पास फोन जाता है और हिंदी भवन स्थित डिस्ट्रिक्ट कोविड कंट्रोल रूम से भी मरीजों को फोन जाता है. उनके स्वास्थ्य की प्रतिदिन जानकारी ली जाती है. यदि मरीज को सुधार नहीं हो रहा होता है और ऑक्सीजन सैचुरेशन में कमी की शिकायत की बात करते हैं, तो ऐसे मरीजों को तुरंत अस्पताल में एडमिट करने की सलाह दी जाती है. इसके लिए व्यवस्था भी की जाती है.
उन्होंने बताया कि जिन लोगों की भी जांच केंद्र पर एंटिजेन किट से रिपोर्ट पॉजिटिव मिल रही है, उन्हें मेडिकल किट उपलब्ध कराया जा रहा है. जिसमें एंटिबायोटिक, पैरासिटामोल, विटामिन सी, विटामिन बी और जिंक का टैबलेट रह रहा है. इसके अलावा आरटी पीसीआर में जिन लोगों की जांच पॉजिटिव मिल रही है, ऐसे लोग यदि सैंपल जांच कराने समय अपने घर का पूरा एड्रेस दे रहे हैं, तो उस एड्रेस पर डाक के माध्यम से मेडिकल किट पहुंचाया जा रहा है. मेडिकल किट पटना के ज्ञान भवन में तैयार किया जा रहा है. सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी ने बताया कि तीसरी लहर में अच्छी बात यह है कि लोग हल्के लक्षण से संक्रमित हो रहे हैं और होम आइसोलेशन में ही ठीक हो रहे हैं.
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