पटना: राजधानी पटना में एक बार फिर फर्जी नामांकन का मामला सामने आया है. पटना विश्वविधालय के बुद्धा डेन्टल कॉलेज में फर्जी तरीके से एडमिशन लेने आए दो युवकों को पत्रकार नगर थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
कॉलेज प्रिंसिपल ने दी पुलिस को जानकारी
पकड़े गए आरोपियो में एक का नाम मो. अहमद है और ये उत्तराखंड के नैनीताल का रहने वाला है. जबकि दूसरा कुणाल शर्मा वैशाली जिले का बताया जा रहा है. नामांकन प्रक्रिया में डॉक्यूमेंट काउंसलिंग के दौरान कॉलेज के प्रिंसिपल ने मो. अहमद की फर्जी डिग्री की पहचान की और इसकी सूचना पुलिस को दी.
अहमद ने पुलिस के सामने खोले कई राज
पुलिस की पूछताछ में अहमद ने बताया कि उसे खुद की क्लीनिक खोलनी थी, जिसके लिए उसने साल 2016 में आठ लाख में बुद्धा डेंटल कॉलेज की फर्जी डिग्री खरीदी थी. ये डिग्री उसने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से लिया था. क्लीनिक खोलने के लिए डेन्टल काउंसिल ऑफ़ इंडिया के जरिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है, इसी सिलसिले में अहमद और कुणाल मंगलवार को बुद्धा डेंटल कॉलेज का एनओसी पेपर निकलवाने पटना आए थे. जहां काउंसलिंग के दौरान वे पकड़े गए.
पटना पुलिस ने फर्जी डिग्री मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी अपनी खुद की क्लीनिक खोलने के लिए डिग्री खरीदने आए थे. पुलिस इनके तार डिग्री माफियाओं से जोड़कर देख रही है,
बड़े गिरोह की तलाश में जुटी पुलिस
पकड़े गए इन दो युवकों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस फर्जी डिग्री माफियाओं तक पहुंचने में जुट गयी है. पुलिस का कहना है कि पकड़े गए शातिरों के इस गैंग का कनेक्शन बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलावे कई दूसरे राज्यों से भी हो सकता है. इस गिरोह का जाल कितना फैला है ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा.
अहमद ने पुलिस के सामने खोले कई राज
पुलिस की पूछताछ में अहमद ने बताया कि उसे खुद की क्लीनिक खोलनी थी, जिसके लिए उसने साल 2016 में आठ लाख में बुद्धा डेंटल कॉलेज की फर्जी डिग्री खरीदी थी. ये डिग्री उसने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से लिया था. क्लीनिक खोलने के लिए डेन्टल काउंसिल ऑफ़ इंडिया के जरिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है, इसी सिलसिले में अहमद और कुणाल मंगलवार को बुद्धा डेंटल कॉलेज का एनओसी पेपर निकलवाने पटना आए थे. जहां वे काउंसलिंग के दौरान पकड़े गए.