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पटना: फर्जी डिग्रीधारी डॉक्टर चढ़े पुलिस के हत्थे, काउंसलिंग के दौरान धराये

पटना पुलिस ने फर्जी डिग्री मामले में दो अपराधी को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी अपनी खुद की क्लीनिक खोलने के लिए डिग्री खरीदने आए थे. पुलिस इनके तार डिग्री माफियाओं से जोड़कर देख रही है.

अपराधी मो.अहमद व कुणाल शर्मा
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Published : Jul 3, 2019, 10:32 AM IST

पटना: राजधानी पटना में एक बार फिर फर्जी नामांकन का मामला सामने आया है. पटना विश्वविधालय के बुद्धा डेन्टल कॉलेज में फर्जी तरीके से एडमिशन लेने आए दो युवकों को पत्रकार नगर थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

कॉलेज प्रिंसिपल ने दी पुलिस को जानकारी

पकड़े गए आरोपियो में एक का नाम मो. अहमद है और ये उत्तराखंड के नैनीताल का रहने वाला है. जबकि दूसरा कुणाल शर्मा वैशाली जिले का बताया जा रहा है. नामांकन प्रक्रिया में डॉक्यूमेंट काउंसलिंग के दौरान कॉलेज के प्रिंसिपल ने मो. अहमद की फर्जी डिग्री की पहचान की और इसकी सूचना पुलिस को दी.

अपराधी मो.अहमद व कुणाल शर्मा

अहमद ने पुलिस के सामने खोले कई राज

पुलिस की पूछताछ में अहमद ने बताया कि उसे खुद की क्लीनिक खोलनी थी, जिसके लिए उसने साल 2016 में आठ लाख में बुद्धा डेंटल कॉलेज की फर्जी डिग्री खरीदी थी. ये डिग्री उसने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से लिया था. क्लीनिक खोलने के लिए डेन्टल काउंसिल ऑफ़ इंडिया के जरिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है, इसी सिलसिले में अहमद और कुणाल मंगलवार को बुद्धा डेंटल कॉलेज का एनओसी पेपर निकलवाने पटना आए थे. जहां काउंसलिंग के दौरान वे पकड़े गए.

पटना पुलिस ने फर्जी डिग्री मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी अपनी खुद की क्लीनिक खोलने के लिए डिग्री खरीदने आए थे. पुलिस इनके तार डिग्री माफियाओं से जोड़कर देख रही है,

बड़े गिरोह की तलाश में जुटी पुलिस

पकड़े गए इन दो युवकों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस फर्जी डिग्री माफियाओं तक पहुंचने में जुट गयी है. पुलिस का कहना है कि पकड़े गए शातिरों के इस गैंग का कनेक्शन बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलावे कई दूसरे राज्यों से भी हो सकता है. इस गिरोह का जाल कितना फैला है ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा.

अहमद ने पुलिस के सामने खोले कई राज

पुलिस की पूछताछ में अहमद ने बताया कि उसे खुद की क्लीनिक खोलनी थी, जिसके लिए उसने साल 2016 में आठ लाख में बुद्धा डेंटल कॉलेज की फर्जी डिग्री खरीदी थी. ये डिग्री उसने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से लिया था. क्लीनिक खोलने के लिए डेन्टल काउंसिल ऑफ़ इंडिया के जरिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है, इसी सिलसिले में अहमद और कुणाल मंगलवार को बुद्धा डेंटल कॉलेज का एनओसी पेपर निकलवाने पटना आए थे. जहां वे काउंसलिंग के दौरान पकड़े गए.

पटना: राजधानी पटना में एक बार फिर फर्जी नामांकन का मामला सामने आया है. पटना विश्वविधालय के बुद्धा डेन्टल कॉलेज में फर्जी तरीके से एडमिशन लेने आए दो युवकों को पत्रकार नगर थाना की पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

कॉलेज प्रिंसिपल ने दी पुलिस को जानकारी

पकड़े गए आरोपियो में एक का नाम मो. अहमद है और ये उत्तराखंड के नैनीताल का रहने वाला है. जबकि दूसरा कुणाल शर्मा वैशाली जिले का बताया जा रहा है. नामांकन प्रक्रिया में डॉक्यूमेंट काउंसलिंग के दौरान कॉलेज के प्रिंसिपल ने मो. अहमद की फर्जी डिग्री की पहचान की और इसकी सूचना पुलिस को दी.

अपराधी मो.अहमद व कुणाल शर्मा

अहमद ने पुलिस के सामने खोले कई राज

पुलिस की पूछताछ में अहमद ने बताया कि उसे खुद की क्लीनिक खोलनी थी, जिसके लिए उसने साल 2016 में आठ लाख में बुद्धा डेंटल कॉलेज की फर्जी डिग्री खरीदी थी. ये डिग्री उसने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से लिया था. क्लीनिक खोलने के लिए डेन्टल काउंसिल ऑफ़ इंडिया के जरिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है, इसी सिलसिले में अहमद और कुणाल मंगलवार को बुद्धा डेंटल कॉलेज का एनओसी पेपर निकलवाने पटना आए थे. जहां काउंसलिंग के दौरान वे पकड़े गए.

पटना पुलिस ने फर्जी डिग्री मामले में दो अपराधियों को गिरफ्तार किया है. ये आरोपी अपनी खुद की क्लीनिक खोलने के लिए डिग्री खरीदने आए थे. पुलिस इनके तार डिग्री माफियाओं से जोड़कर देख रही है,

बड़े गिरोह की तलाश में जुटी पुलिस

पकड़े गए इन दो युवकों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस फर्जी डिग्री माफियाओं तक पहुंचने में जुट गयी है. पुलिस का कहना है कि पकड़े गए शातिरों के इस गैंग का कनेक्शन बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलावे कई दूसरे राज्यों से भी हो सकता है. इस गिरोह का जाल कितना फैला है ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा.

अहमद ने पुलिस के सामने खोले कई राज

पुलिस की पूछताछ में अहमद ने बताया कि उसे खुद की क्लीनिक खोलनी थी, जिसके लिए उसने साल 2016 में आठ लाख में बुद्धा डेंटल कॉलेज की फर्जी डिग्री खरीदी थी. ये डिग्री उसने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से लिया था. क्लीनिक खोलने के लिए डेन्टल काउंसिल ऑफ़ इंडिया के जरिए रजिस्ट्रेशन कराना होता है, इसी सिलसिले में अहमद और कुणाल मंगलवार को बुद्धा डेंटल कॉलेज का एनओसी पेपर निकलवाने पटना आए थे. जहां वे काउंसलिंग के दौरान पकड़े गए.

Intro:राजधानी पटना में फर्जी दस्तावेज के सहारे डेंटल कॉलेज में नामांकन ले रहे हैं उत्तराखंड के नैनीताल के रहने वाले मो. अहमद और वैशाली जिले के रहने वाले कुणाल शर्मा को पटना के पत्रकार नगर थाना की पुलिस टीम ने गिरफ्तार किया है , इनके पास से पटना के ही बुद डेंटल कॉलेज की फर्जी डिग्री भी बरामद हुई है....Body:दरअसल, इन दोनों युवकों के बारे में बुद्धा डेंटल कॉलेज के प्रिंसिपल डीके सिंह ने खुद कॉल कर पत्रकार नगर के थाने को इस पूरे मामले की जानकारी दी... थाना ले जाकर जब पुलिस ने मो. अहमद और कुणाल से पूछताछ की तो तो जानकारी मिली कि नैनीताल में मो. अहमद को खुद का क्लीनिक खोलना था , इस लिए उसने 2016 में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर से एक फर्जी डिग्री आठ लाख में खरीदी थी , आठ लाख में खरीदी गई फर्जी डिग्री पटना के कांटी फैक्ट्री के पास स्थित बुद्धा डेंटल कॉलेज के नाम पर थी , क्लीनिक खोलने के लिए मो. अहमद को डेंटल काउंसिंल ऑफ़ इंडिया के जरिए रजिस्ट्रेशन कराना था औऱ रजिस्ट्रेशन के लिए कॉलेज के सारे डॉक्यूमेंट्स की जरूरत थी और बुद्धा डेंटल कॉलेज का एनओसी का पेपर मो. अहमद के पास नहीं था , और अहमद और कुणाल मंगलवार को वो एनओसी पेपर निकलवाने के लिए ही पटना आया था , हालांकि कन्सलिंग के दौरान कॉलेज के प्रिंसिपल ने मो. अहमद के फर्जी डिग्री की पहचान कर ली इसके बाद उन्होंने पुलिस को इस पूरे मामले की जानकारी दी.....

Conclusion:वही पकड़े गए इस फर्जी डिग्री के खेल में शामिल एक बड़ा रैकेट पटना पुलिस के हाथ लगा है और इसके जरिये पुलिस अन्य डिग्री माफियाओ तक पहुचने की बाते कर रही है , मो अहमद और कुणाल के जरिए पटना पुलिस की टीम बड़े शातिरों तक पहुंचने के प्रयास में जुट गई है , पुलिस का मानना है कि पकड़े गए शातिरों के इस गैंग का कनेक्शन बिहार, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अलावे कई दूसरे राज्यों से हो और इस पूरे मामले की असलियत और फर्जीवाड़े के खेल में शातिरो की पहचान करने में पुलिस जुट गई है...
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