पटना: बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए पटना प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. इस कड़ी में बिहार चुनाव के दौरान लुभाने के लिए धन बल का इस्तेमाल ना हो, इसके लिए पटना के चौक चौराहों पर पुलिस और सीआरपीएफ की टीम संदेहास्पद लोगों और वाहनों की चेकिंग कर रही है. पटना के संदिग्ध स्थानों पर सीआरपीएफ के जवानों ने फ्लैग मार्च किया.
चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती
पटना प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों का बिहार आने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. कई जिलों में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने अपना योगदान देना शरू कर दिया है. केंद्रीय सुरक्षा बलों के आने से राजधानी पटना के तमाम चौक- चौराहों पर फ्लैग मार्च भी किया जा रहा है. पटना प्रशासन के अधिकारी सभी मोहल्ले के लोगों से मुलाकात भी कर रहे हैं. जिससे मोहल्ले में रहने वाले लोगों के बीच विश्वास कायम हो सके. इस बार का चुनाव भय रहित और निष्पक्ष होंगे. पटना में रहने वाले लोगों के बीच विश्वास पैदा किया जा रहा है. लॉ एंड ऑर्डर के अलावा आचार संहिता का उल्लंघन ना हो इस पर भी नजर रखी जा रही है.
बॉर्डर डिस्ट्रिक्ट अधिकारियों के साथ बैठक
संजय अग्रवाल ने बताया कि बॉर्डर डिस्ट्रिक्ट अधिकारियों से भी संपर्क कर बैठक की गई है. ताकि झारखंड और उत्तर प्रदेश सीमा से लगे बॉर्डर एरिया में सुरक्षा से जुड़ी किसी प्रकार की कोई समस्या उत्पन्न ना हो सके. इसको लेकर विभिन्न जिलों के पदाधिकारियों के साथ लगातार बैठकों का दौर जारी है. इस पूरे मामले में पटना प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान वोटरों को लुभाने के लिए धन बल का इस्तेमाल न हो इसको लेकर पटना जिला प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है. पटना के तमाम चौक-चौराहों पर वाहन चेकिंग अभियान बड़ी सघनता के साथ चलाया जा रहा है.
सोशल साइट पर पैनी नजर
हाल ही में पटना प्रशासन ने गांधी मैदान थाना क्षेत्र के बिस्कोमान भवन के पास से एक मोटी रकम भी बरामद की गई थी. धनबल के जरिए वोटरों को लुभाने वाले या फिर धनबल का इस्तेमाल कर चुनाव के दौरान अपना बाहुबल दिखाने वाले लोगों पर भी जिला प्रशासन ने अपनी पैनी निगाह बना रखी है. वहीं, दूसरी ओर संजय अग्रवाल ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सोशल साइट पर किसी तरह की अफवाह फैलाने वाले लोगों को भी चेतावनी दी है. चुनाव के दौरान कोई भी व्यक्ति सोशल साइट के जरिए समाज में कटुता फैलाने का कोई संदेश आदान-प्रदान करता है तो उसके खिलाफ आईटी एक्ट और दूसरे सीआरपीसी एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी.