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पटना: खेत खलिहान वाले क्षेत्रों में इमारत की भरमार, ग्रेटर नोएडा के तौर पर विकसित हो रही राजधानी

ग्रेटर नोएडा के तौर पर राजधानी पटना का विस्तार किया जा रहा है. राजधानीवासियों के लिए यह सुकून देने वाली खबर है.

ग्रेटर नोएडा के तौर पर विकसित हो रही राजधानी
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Published : Jul 18, 2019, 12:15 PM IST

पटना: राजधानी पटना का क्षेत्रफल दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. वैसे तो उत्तर में गंगा नदी है इसलिए उत्तर की तरफ राजधानी का विस्तार होना असंभव है लेकिन दक्षिण और पश्चिम ओर राजधानी का आकार बढ़ता ही चला जा रहा है. उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की तरह इसे विकसित किया जा रहा है.

बेली रोड को पहले से चौड़ा किया गया है. कई जगहों पर बड़े-बड़े फ्लाईओवर बनाये गए हैं. पुरानी नहर पर भी रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कराया गया है. पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन को भी ऐसे क्षेत्र में बनाया गया है जिससे राजधानी का विस्तार तेजी से हुआ है.

ग्रेटर नोएडा के तौर पर राजधानी पटना का विस्तार किया जा रहा है

प्रगति के पथ पर राजधानी
आपको बता दें कि पहले राजधानी पटना का आकार जगदेव पथ तक ही सीमित था. कुछ साल पहले जेडी विमेन्स कॉलेज से गोला रोड तक लगभग 2 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर का निर्माण किया गया. बढ़ती आबादी के साथ धीरे-धीरे खेत खलिहान वाले क्षेत्र भी ऊंची इमारतों में तब्दील हो गएं. कई बड़े शॉपिंग मॉल बन गए. बड़ी-बड़ी इमारतें भी बन गई. अब तो जमीन का दाम भी आसमान छूने लगा है.

चारों ओर बन रही इमारतें
स्जथानीय लोगों का कहना है कि जमीन का रेट बढ़ने के साथ ही बिल्डरों की चांदी हो गई है. सस्ते दामों पर खरीदे गए जमीन पर ये अपार्टमेंट्स बना रहे हैं. और महंगे दाम पर बेच रहे हैं. राजधानी के किसी भी पॉश इलाके में फ्लैट्स की कीमत कम नहीं है. किसी-किसी इलाके में फ्लैट 35 - 40 लाख में मिल जाती है नहीं तो यहां 60 लाख से कम में फ्लैट भी नहीं मिलती.

ग्रेटर नोएडा के तौर पर राजधानी का हो रहा विस्तार
वैसे तो पटना नगर निगम ने ग्रेटर पटना में बिहटा तक का क्षेत्र शामिल किया है. पटना का विस्तार बिहटा से आगे तक हो चला है. अच्छी सड़क और बिजली-पानी की व्यवस्था के कारण यहां नई कॉलोनी बसी है. लेकिन जिसतरह राजा बाजार से लेकर शगुना मोड़ तक नई कॉलोनी बनी है, ऊंची ऊंची इमारतें बनाई गई है, ग्रेटर नोएडा की तरह इसका विस्तार जारी है. निश्चित तौर पर राजधानीवासियों के लिए यह सुकून देने वाली खबर है.

पटना: राजधानी पटना का क्षेत्रफल दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. वैसे तो उत्तर में गंगा नदी है इसलिए उत्तर की तरफ राजधानी का विस्तार होना असंभव है लेकिन दक्षिण और पश्चिम ओर राजधानी का आकार बढ़ता ही चला जा रहा है. उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की तरह इसे विकसित किया जा रहा है.

बेली रोड को पहले से चौड़ा किया गया है. कई जगहों पर बड़े-बड़े फ्लाईओवर बनाये गए हैं. पुरानी नहर पर भी रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कराया गया है. पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन को भी ऐसे क्षेत्र में बनाया गया है जिससे राजधानी का विस्तार तेजी से हुआ है.

ग्रेटर नोएडा के तौर पर राजधानी पटना का विस्तार किया जा रहा है

प्रगति के पथ पर राजधानी
आपको बता दें कि पहले राजधानी पटना का आकार जगदेव पथ तक ही सीमित था. कुछ साल पहले जेडी विमेन्स कॉलेज से गोला रोड तक लगभग 2 किलोमीटर लंबा फ्लाईओवर का निर्माण किया गया. बढ़ती आबादी के साथ धीरे-धीरे खेत खलिहान वाले क्षेत्र भी ऊंची इमारतों में तब्दील हो गएं. कई बड़े शॉपिंग मॉल बन गए. बड़ी-बड़ी इमारतें भी बन गई. अब तो जमीन का दाम भी आसमान छूने लगा है.

चारों ओर बन रही इमारतें
स्जथानीय लोगों का कहना है कि जमीन का रेट बढ़ने के साथ ही बिल्डरों की चांदी हो गई है. सस्ते दामों पर खरीदे गए जमीन पर ये अपार्टमेंट्स बना रहे हैं. और महंगे दाम पर बेच रहे हैं. राजधानी के किसी भी पॉश इलाके में फ्लैट्स की कीमत कम नहीं है. किसी-किसी इलाके में फ्लैट 35 - 40 लाख में मिल जाती है नहीं तो यहां 60 लाख से कम में फ्लैट भी नहीं मिलती.

ग्रेटर नोएडा के तौर पर राजधानी का हो रहा विस्तार
वैसे तो पटना नगर निगम ने ग्रेटर पटना में बिहटा तक का क्षेत्र शामिल किया है. पटना का विस्तार बिहटा से आगे तक हो चला है. अच्छी सड़क और बिजली-पानी की व्यवस्था के कारण यहां नई कॉलोनी बसी है. लेकिन जिसतरह राजा बाजार से लेकर शगुना मोड़ तक नई कॉलोनी बनी है, ऊंची ऊंची इमारतें बनाई गई है, ग्रेटर नोएडा की तरह इसका विस्तार जारी है. निश्चित तौर पर राजधानीवासियों के लिए यह सुकून देने वाली खबर है.

Intro:एंकर राजधानी पटना का क्षेत्रफल दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहा है वैसे तो उत्तर में गंगा नदी है इसलिए उत्तर की तरफ राजधानी का विस्तार होना असंभव है लेकिन दक्षिण और पश्चिम की तरफ राजधानी का आकार बढ़ता ही चला जा रहा है राजधानी के पूर्व में ही पहले से कई पुरानी बस्तियां हैं लेकिन राजधानी पटना का जो आकार पश्चिम की तरफ बढ़ता चला जा रहा है निश्चित तौर पर वह क्षेत्र उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा की तरह विकसित होते जा रहा है कहीं ना कहीं इसका कारण है कि बेली रोड का चौड़ा होना साथ ही एक बड़े फ्लाईओवर का निर्माण हो जाना साथ ही पुरानी नहर पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण होना इसका मुख्य कारण है साथ ही अगर हम देखे तो पाटलिपुत्र रेलवे स्टेशन भी ऐसी क्षेत्र में बनाया गया है इसके कारण भी इस क्षेत्र का विस्तार तेजी से हुआ है


Body:आपको बता दें कि पहले राजधानी पटना का आकार जगदेव पथ तक ही सीमित था लेकिन जब लगभग 2 किलोमीटर की लंबाई वाला फ्लाईओवर का निर्माण जेडी वुमेन्स कॉलेज से गोला रोड तक हो गया तो कहीं ना कहीं पहुंच पथ आसान होते चला गया उसके आगे रेलवे ने भी ओवरब्रिज बना दिया और उसके साथ ही राजधानी पटना से सगुना मोड़ आना जाना आसान हो गया धीरे धीरे खेत खलिहान वाला यह क्षेत्र ऊंची ऊंची इमारतों में तब्दील होते चला गया आज इस क्षेत्र में कई बड़े शॉपिंग मॉल हैं और कई बड़े अपार्टमेंट भी दिखने लगा देखते ही देखते जमीन का दाम आसमान छूने लगा और लोग बसते चले गए वहां के पुराने निवासी का साफ-साफ कहना है कि यह सब पूरा का पूरा खेत खलिहान हुआ करता था लेकिन चौड़ी सड़क में राह आसान किया और अब यह क्षेत्र बहुमंजिला इमारतों से पट सा गया है। बाइट स्थानीय ग्रामीण


Conclusion:जमीन का रेट बढ़ने के साथ ही बिल्डरों को भी पौ बारह हो गयीं जिसने सस्ते दर पर जमीन खरीद रखी थी बिल्डर उससे जमीन लेकर बहुमंजिला इमारत खड़ा कर दिए बेली रोड के किनारे से अलग से पहुंच पथ की व्यवस्था हो जाने के कारण नई कॉलोनी भी बसने लगे अब यहां जमीन का रेट करोड़ों हो गया है गाहे बगाहे कहीं कहीं फ्लैट 35 - 40 लाख में मिल जाती है नही तो यहां 60 लाख से कम में फ्लैट भी नही मिलती बाइट जमीन ब्रोकर वैसे तो पटना नगर निगम नहीं ग्रेटर पटना में बिहटा तक का क्षेत्र शामिल किया है और पटना का विस्तार बिहटा से आगे तक हो चला है लेकिन जिस तरह राजा बाजार से लेकर सगुना मोड़ तक नई कॉलोनी बनी है ऊंची ऊंची इमारतें बन गई है उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के तरह ही इसका विस्तार जारी है अच्छे सड़क और बिजली पानी की व्यवस्था के कारण ही यहां पर नई कॉलोनी बसी है और ऊंची इमारत बनी है पटना वासियों के लिए निश्चित तौर पर यह सुकून देने वाली खबर है पी टी सी कुंदन कुमार पटना
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