पटना: लॉकडाउन के चलते बिहार में प्रवासी मजदूरों की वापसी लगातार जारी है. अब तक लाखों प्रवासी अपने-अपने घर आ चुके हैं. पैदल, साइकिल, बाइक, ऑटो रिक्शा, लोडर, बस, ट्रक और ट्रेनों के जरिए प्रवासी अपने-अपने राज्य को लौट रहे हैं. इस दौरान बड़ी संख्या में प्रवासी अलग-अलग जगहों पर सड़क हादसे का शिकार हो रहे हैं.
पिछले कुछ दिनों की रिपोर्ट देखी जाए तो सड़क हादसों में कई प्रवासी मजदूर अपनी जान गंवा चुके हैं. सोमवार को भागलपुर में एक और सड़क हादसे में 9 मजदूरों की मौत हो गई.
सड़क हादसों में मजदूरों ने गंवाई अपनी जान
19 मई: बिहार के भागलपुर जिले के खरीक थाना क्षेत्र में मंगलवार की सुबह एक बस और ट्रक की टक्कर में नौ प्रवासी मजदूरों की मौत हो गई.
18 मई: भोजपुर जिले के बड़हरा थाना क्षेत्र में बबुरा गांव के निकट आरा-छपरा मुख्य मार्ग पर एक प्रवासी मजदूर की तबियत खराब हो जाने से मौत हो गयी.
16 मई: शनिवार के अहले सुबह यूपी के ओरैया में हुई दुर्घटना में बिहार के गया जिले के दो प्रवासी मजदूरों की मौत हो गयी. इस घटना में दो व्यक्ति घायल भी हुए.
15 मई: औरंगाबाद के कैमूर में रहने वाले एक मजदूर की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई, जिसमें पांच मजदूर घायल हुए थे. दूसरी ओर विद्यापतिनगर में एक प्रवासी मजदूर की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी.
14 मई : उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक दर्दनाक सड़क हादसे में बिहार के छह मजदूरों की मौत हो गयी थी. ये सभी मजदूर बिहार के गोपालगंज, आरा और पटना के रहनेवाले थे और हरियाणा से पैदल ही अपने घरों के लिए वापस लौट रहे थे. यूपी के मुजफ्फरनगर-सहारनपुर हाइवे पर यह दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जहां पैदल अपने गांव जा रहे मजदूरों को एक तेज रफ्तार बस ने कुचल दिया था.
14 मई: समस्तीपुर के उजियारपुर में ट्रक की टक्कर से दो श्रमिकों की मौत हो गई. इस घटना में 12 मजदूर घायल हो गए.
14 मई: कटिहार में क्वारेंटाइन सेंटर से भागने के क्रम में एक प्रवासी की मौत हो गई.
13 मई: गोपालगंज जिले के सिंधवलिया में एक ट्रक की छत पर बैठे दो श्रमिकों की दुर्घटना में मृत्यु हो गई.
12 मई: भोजपुर के पीरो में प्रवासी की मौत क्वारेंटिन सेंटर में सांप के डसने से हो गयी.
सेव लाइफ फाउंडेशन रिपोर्ट : 158 प्रवासी मजदूरों की जानें गई
सेव लाइफ फाउंडेशन की माने, तो 25 मार्च 2020 को लॉकडाउन शुरू होने के बाद से 18 मई सुबह 11 बजे तक लगभग 1 हजार 236 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं. इनमें 423 लोगों की मौत हुई है और 833 लोग घायल हुए. रिपोर्ट के मुताबिक, घर लौट रहे 158 प्रवासी की मौत हो गई. इसके अलावा सड़क दुर्घटनाओं में 607 प्रवासी घायल हुए है. बता दें कि सेव लाइफ फाउंडेशन देश में सड़क हादसों में कमी लाने पर काम करता है.