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Patna News : पटना में मनाया गया विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस, स्वतंत्रता सेनानियों को किया सम्मानित - Partition Vibhishika Memorial Day in Patna

बिहार की राजधानी पटना में विभाजन की विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया. 14 अगस्त 1947 को पाकिस्तान नाम का एक अलग देश बना. इस दिनों को याद कर स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने अनुभवों को साझा किया. कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानियों और उनके परिजनों को सम्मानित किया गया.

पटना में मनाया गया विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस
पटना में मनाया गया विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस
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Published : Aug 14, 2023, 9:16 PM IST

पटना : प्रदेश की राजधानी पटना में 14 अगस्त के मौके पर विभिन्न जगहों पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित कर देश की अखंडता को कायम रखने का संकल्प लिया गया. पूर्व मध्य रेल की ओर से राजेंद्र नगर टर्मिनल पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां दानापुर रेल मंडल के डीआरएम जयंत कुमार चौधरी ने स्वतंत्रता सेनानी के परिजनों को सम्मानित किया.

ये भी पढ़ें- जी20 की अध्यक्षता, भारत के लिए वैश्विक प्राथमिकताओं को सही दिशा में ले जाने का अवसर : राष्ट्रपति

स्वतंत्रता सेनानियों को किया गया सम्मानित : पंजाब नेशनल बैंक की ओर से एग्जीबिशन रोड ब्रांच में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया. यहां स्वतंत्रा सेनानी बच्चन प्रसाद सिंह और और स्वतंत्रता सेनानी एचके सिंह की पत्नी उषा सिंह को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी स्व. एचके सिंह की पत्नी उषा सिंह ने उस दौर को याद करते हुए कहा कि जब घर से सभी आजादी की लड़ाई में आंदोलन में जाते थे तो सभी को डर लगा रहता था कि कौन घर लौट के आएगा कौन नहीं.

'जुल्म करते थे अंग्रेज' : वहीं बच्चन प्रसाद ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई के समय अंग्रेज बहुत जुल्म करते थे. जेल में आंदोलनकारियों को बर्बर तरीके से पिटाई करते थे. इस पिटाई में कई आंदोलनकारियों की जाने चली गईं. लेकिन आज जब देश आजाद हो गया है, तो देश विकास की दिशा में काफी आगे बढ़ा है.

पंजाब नेशनल बैंक की आजादी में भूमिका : महाप्रबंधक सुधांशु शेखर दास ने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना ही स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूती देने के लिए की गई थी. महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय ने इस बैंक की स्थापना की थी. इस बैंक में डॉ राजेंद्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री, बाल गंगाधर तिलक, जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों के बैंक खाते थे और इन बैंक खातों में जमा पैसे से यह स्वतंत्रता सेनानी आजादी की आंदोलन को गति देते थे.

विभाजन की विभीषिका को पंजाब नेशनल बैंक ने झेला है, लेकिन बैंक अपनी स्वदेशी विरासत पर गर्व महसूस करता है. क्योंकि यह देश का पहला स्वदेशी बैंक है. उन्होंने कहा कि आज स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित कर सभी संकल्प ले रहे हैं कि आज जो भारत है, उसे कोई विभाजित ना कर पाए और अपने भारत को अखंड बनाए रखना है. उन्होंने बताया कि आज की इस मौके पर एक चित्र प्रदर्शनी भी बैंक में प्रदर्शित की गई है. जिसमें 52 चित्र लगाए गए हैं जो विभाजन की विभीषिका को दर्शाते हैं.

पटना : प्रदेश की राजधानी पटना में 14 अगस्त के मौके पर विभिन्न जगहों पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस मौके पर स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित कर देश की अखंडता को कायम रखने का संकल्प लिया गया. पूर्व मध्य रेल की ओर से राजेंद्र नगर टर्मिनल पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां दानापुर रेल मंडल के डीआरएम जयंत कुमार चौधरी ने स्वतंत्रता सेनानी के परिजनों को सम्मानित किया.

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स्वतंत्रता सेनानियों को किया गया सम्मानित : पंजाब नेशनल बैंक की ओर से एग्जीबिशन रोड ब्रांच में विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस मनाया गया. यहां स्वतंत्रा सेनानी बच्चन प्रसाद सिंह और और स्वतंत्रता सेनानी एचके सिंह की पत्नी उषा सिंह को सम्मानित किया गया. कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी स्व. एचके सिंह की पत्नी उषा सिंह ने उस दौर को याद करते हुए कहा कि जब घर से सभी आजादी की लड़ाई में आंदोलन में जाते थे तो सभी को डर लगा रहता था कि कौन घर लौट के आएगा कौन नहीं.

'जुल्म करते थे अंग्रेज' : वहीं बच्चन प्रसाद ने अपने अनुभव को साझा करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई के समय अंग्रेज बहुत जुल्म करते थे. जेल में आंदोलनकारियों को बर्बर तरीके से पिटाई करते थे. इस पिटाई में कई आंदोलनकारियों की जाने चली गईं. लेकिन आज जब देश आजाद हो गया है, तो देश विकास की दिशा में काफी आगे बढ़ा है.

पंजाब नेशनल बैंक की आजादी में भूमिका : महाप्रबंधक सुधांशु शेखर दास ने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना ही स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूती देने के लिए की गई थी. महान स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय ने इस बैंक की स्थापना की थी. इस बैंक में डॉ राजेंद्र प्रसाद, लाल बहादुर शास्त्री, बाल गंगाधर तिलक, जैसे महान स्वतंत्रता सेनानियों के बैंक खाते थे और इन बैंक खातों में जमा पैसे से यह स्वतंत्रता सेनानी आजादी की आंदोलन को गति देते थे.

विभाजन की विभीषिका को पंजाब नेशनल बैंक ने झेला है, लेकिन बैंक अपनी स्वदेशी विरासत पर गर्व महसूस करता है. क्योंकि यह देश का पहला स्वदेशी बैंक है. उन्होंने कहा कि आज स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित कर सभी संकल्प ले रहे हैं कि आज जो भारत है, उसे कोई विभाजित ना कर पाए और अपने भारत को अखंड बनाए रखना है. उन्होंने बताया कि आज की इस मौके पर एक चित्र प्रदर्शनी भी बैंक में प्रदर्शित की गई है. जिसमें 52 चित्र लगाए गए हैं जो विभाजन की विभीषिका को दर्शाते हैं.

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