पटना: जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव ने अगुवानी-सुल्तानगंज पुल ध्वस्त होने पर मंगलवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया और बुधवार को पटना स्थित पार्टी दफ्तर में प्रेस वार्ता कर मामले की सीबीआई जांच अथवा हाई कोर्ट के सिटिंग जज से जांच कराने की मांग की. पप्पू यादव ने सरकार की मंशा पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि इसमें कुछ मंत्री विधायक और 3-4 अधिकारियों की मिलीभगत है.
ये भी पढ़ें: Bihar Bridge Collapse: 'पुल हादसे की CBI जांच हो, भ्रष्टाचार में नेताओं और अधिकारियों की मिलीभगत'- पप्पू
विभागीय सचिव पर भी उठ रहे सवाल: पप्पू यादव ने कहा कि वर्तमान पथ निर्माण विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत बीते 16 वर्षों से अधिक समय से पुल निर्माण और इससे जुड़े विभागों और निगमों से लगातार जुड़े हुए हैं. जदयू विधायक संजीव कुमार भी सचिव के नियत पर सवाल खड़े कर रहे हैं और बता रहे हैं कि किस प्रकार से पुल का डिजाइन गलत होने के बावजूद अधिकारियों ने फाइल को आगे बढ़ा दिया. पप्पू यादव ने कहा कि बीते 14 महीने में पुल का स्ट्रक्चर दो बार गिरा है. सभी लोग जानते हैं कि इसमें कौन अधिकारी हैं जो संलिप्त हैं और सैकड़ों करोड़ की उगाही किए हैं.
"वर्तमान पथ निर्माण विभाग के सचिव बीते 16 वर्षों से अधिक समय से पुल निर्माण और इससे जुड़े विभागों और निगमों से लगातार जुड़े हुए हैं. सिंगला कंपनी जिसे 8 राज्यों ने ब्लैक लिस्टेड किया था उसे कैसे बिहार सरकार ने अपने यहां पुल बनाने का टेंडर दे दिया. पुल निर्माण कार्य से जुड़े प्रोजेक्ट मैनेजर का फोन ट्रेस किया जाए और उनसे किन अधिकारियों ने और किस नेता ने कितनी बातें की है और क्या बातें की है. इसका पता लगाया जाए. इसमें कई पत्रकार भी संलिप्त हैं. उनकी मांग है कि एसपी सिंगला कंपनी पर 302 का मुकदमा हो और फिर हाई कोर्ट के सिटिंग जज अथवा सीबीआई की जांच कराई जाए" - पप्पू यादव, जाप सुप्रीमो
ब्लैक लिस्टेड कंपनी को कैसे मिला काम: पप्पू यादव ने कहा कि पिछली बार जब पुल का स्ट्रक्चर गिरा. उस समय उसी अधिकारी को जांच का जिम्मा सौंप दिया गया, जिसका कोई निष्कर्ष नहीं निकला. सरकार ने बिल्ली को दूध के रखवाली का जिम्मा दे दिया. पप्पू यादव ने कहा कि सिंगला कंपनी जिसे 8 राज्यों ने ब्लैक लिस्टेड किया था उसे कैसे बिहार सरकार ने अपने यहां पुल बनाने का टेंडर दे दिया. इसी कंपनी को गुजरात में केंद्र सरकार ने एक बड़ी केंद्रीय प्रोजेक्ट का टेंडर दिया है. इस कंपनी को बीते वर्षों में बेस्ट का खिताब भी मिल चुका है.
'कंपनी के अधिकारियों के काॅल ट्रेस किया जाए': जाप सुप्रीमो ने कहा कि सिंगला कंपनी जब ब्लैक लिस्टेड है तो उसे राज्यों और केंद्र सरकार के बड़े बजट के प्रोजेक्ट कैसे मिले. वह चाहते हैं कि कंपनी के बड़े पदाधिकारियों और इस पुल निर्माण कार्य से जुड़े प्रोजेक्ट मैनेजर का फोन ट्रेस किया जाए और उनसे किन अधिकारियों ने और किस नेता ने कितनी बातें की है और क्या बातें की है. इसका पता लगाया जाए. इसमें कई पत्रकार भी संलिप्त हैं. उनकी मांग है कि एसपी सिंगला कंपनी पर 302 का मुकदमा हो और फिर हाई कोर्ट के सिटिंग जज अथवा सीबीआई की जांच कराई जाए.
कोई भी पुल समय पर क्यों नहीं बना: पप्पू यादव ने कहा कि वह यह भी सवाल पूछना चाहते हैं बिहार सरकार से कि आज तक उनका कोई भी पुल निर्माण कार्य समय पर क्यों नहीं हुआ और दर्जनों पुलों का निर्माण कार्य अभी भी निर्धारित समय से काफी पीछे क्यों चल रहा है. पप्पू यादव ने बीजेपी द्वारा नीतीश कुमार के इस्तीफे की मांग पर कहा कि बीजेपी पिछले दिनों जब नीतीश कुमार के साथ सत्ता में थी तब क्या कर रही थी. उस समाय पथ निर्माण विभाग का जिम्मा बीजेपी के पास ही था. उस समय कोई कार्रवाई क्यों नहीं की.