पटना: बिहार में रविवार यानी 24 अक्टूबर को पंचायत चुनाव (Panchayat Elections) के पांचवें चरण का मतदान (Fifth Phase Polling) होगा. राज्य के 38 जिलों के 58 प्रखंडों में वोट डाले जाएंगे. इसको लेकर तमाम तैयारियां पूरी हो चुकी है. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पुलिस मुख्यालय भी पूरी तरह से तैयार है. वैसे छिटपुट घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो अभी तक 4 चरणों में हुई वोटिंग शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई है.
ये भी पढ़ें: 5वें चरण के पंचायत चुनाव से पहले खूनी खेल, समस्तीपुर में सरपंच प्रत्याशी के पति की हत्या
पांचवें चरण में कुल 93145 उम्मीदवार मैदान में है. जिसमें से 43068 पुरुष और 50070 महिला प्रत्याशी हैं. अररिया, अरवल, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, भोजपुर, बक्सर, दरभंगा, गया, गोपालगंज, जहानाबाद, जमुई, कैमूर, कटिहार, खगड़िया, किशनगंज, लखीसराय, मधेपुरा, मधुबनी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नालंदा, नवादा, पश्चिम चंपारण, पटना, पूर्णिया, पूर्वी चंपारण, रोहतास, सहरसा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, शिवहर, सिवान, सुपौल और वैशाली में चुनाव होना है.
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि पांचवें चरण के 38 जिलों में से 10 जिले नक्सल प्रभावित हैं, ऐसे जिले में शांतिपूर्ण निष्पक्ष और भयमुक्त चुनाव करवाने के लिए सुरक्षा बलों की खासतौर पर मुस्तैदी की गई है. उन्होंने कहा कि अब तक के 4 चरणों में हुए चुनाव के तहत कुछ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी मतदान हो चुके हैं. जहां पंचायत चुनाव के दौरान नक्सलियों की गतिविधि नहीं देखने को मिली है. उम्मीद जताई जा रही है कि पंचायत चुनाव के पांचवें चरण में शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से मतदान संपन्न होगा.
पुलिस मुख्यालय के अनुसार पांचवें चरण में लगभग 40000 पुलिसकर्मी की तैनाती की गई है, जिसमें अर्धसैनिक बल पंचायत चुनाव में नहीं शामिल होने की वजह से पूरी जिम्मेदारी बिहार पुलिस के कंधों पर है. पंचायत चुनाव में इस बार बिहार पुलिस के साथ-साथ बीएमपी के जवान और होमगार्ड के जवान ही पूरी मुस्तैदी से जुटे रहेंगे.
पिछले चार चरणों के चुनाव में महिलाओं में काफी उत्साह देखने को मिला है. उम्मीद जताई जा रही है कि पांचवें चरण में भी मतदाता भारी संख्या में भयमुक्त होकर अपने मतों का प्रयोग करेंगे. जिला पुलिस बल की ओर से कुख्यात, असामाजिक और गुंडा तत्व के लोगों को चिह्नित कर उन पर कार्रवाई की गई है. उनसे बांड भी भरवाया गया है, इसके बावजूद भी अगर वह चुनाव में गड़बड़ी करते हुए संलिप्त पाए जाएंगे तो उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
ये भी पढ़ें: धनरूआ हिंसा के दोषियों को नहीं बख्शा जाएगा, होगी सख्त कार्रवाई- डीएम चंद्रशेखर सिंह
पुलिस मुख्यालय के अनुसार भारी संख्या में फरार, कुर्की-जब्ती के लिए अपराधियों की गिरफ्तारी गई है. लगातार पेट्रोलिंग के माध्यम से सभी जिले कि संबंधित थाना और अतिरिक्त पुलिस फोर्स द्वारा पेट्रोलिंग की जा रही है. पुलिस वैसे संदिग्ध व्यक्ति पर पूरी पैनी नजर बनाई हुई है, जिन से चुनाव में बाधा डाला जा सकता है. नक्सली प्रभावित क्षेत्रों के बूथों पर बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती की गई है. इन बूथों पर 3 लेयर में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. इसके अलावा पुलिस मुख्यालय ने संबंधित जिला पुलिस अधीक्षक को चुनाव के दिन दिन भर फील्ड में रहने का निर्देश दिया है.