पटना: मोदी कैबिनेट (Modi Cabinet Expansion 2021) का बुधवार को विस्तार हो चुका है. जिसमें बिहार से भी दो कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं. इस कैबिनेट विस्तार में जदयू (JDU) कोटे से मात्र एक मंत्री बने हैं. जिसके बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई है. विपक्ष अब सीएम नीतीश कुमार पर तंज कसना शुरू कर दिया है. विपक्षी दलों का कहना है कि नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) हमेशा ही स्वाभिमान गिराकर राजनीति करते हैं.
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केंद्रीय मंत्रिमंडल का विस्तार में लोक जनशक्ति पार्टी और जदयू कोटे से 1-1 केंद्रीय मंत्री बनाए गए हैं. जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह (JDU National President RCP Singh) को मंत्री बनाया गया है. जिसके बाद बिहार की सियासत एक बार फिर गर्म हो गई है. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा है कि-
'2019 में जब माननीय नरेंद्र मोदी माननीय नीतीश कुमार के जेडीयू को एक मंत्री बना रहे थे,तो मुख्यमंत्री आनुपातिक हिस्सा लेनी की बात कर रहे थे. यानी कि बिहार से जितना भारतीय जनता पार्टी का मंत्री होगा उतना ही मंत्री जेडीयू का होगा. आज तो बीजेपी अपने 17 सांसदीय में से 4 को मंत्री बनाया है. नीतीश कुमार का भी 16 सांसद है लेकिन एक मंत्रालय मिला. नीतीश कुमार आज स्वाभिमान बेंचकर ही राजनीति कर रहे हैं.' -राजेश राठौर, कांग्रेस प्रवक्ता
जदयू को सांकेतिक रूप से एक मंत्री पद मिलने के बाद राजद के मुख्य प्रवक्ता भाई बिरेंद्र ने भी नीतीश कुमार पर हमला किया है. राजद नेता का कहना है कि-
'जदयू में काफी गिरावट आ गई है. नीतीश कुमार अब पिछलग्गू की राजनीति करना शुरू कर दिए हैं. फेंके हुए थूक को जदयू चाट रही है. तभी एक मंत्रिमंडल में सीट मिलने पर खुश हैं.' -भाई बिरेंद्र, राजद के मुख्य प्रवक्ता
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दूसरी ओर हम प्रवक्ता विजय यादव ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर विपक्ष के माध्यम से सीएम नीतीश कुमार पर किए जा रहे हमले को लेकर बचाव किया है. विजय यादव ने कहा है कि-
'मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उस समय भी मंत्री पद के लिए कोई डिमांड नहीं किए थे और न इस बार कोई मंत्री पद के लिए मांग किए हैं. बीजेपी के माध्यम से मंत्रिमंडल विस्तार में दो मंत्रियों को शामिल कराया गया है. इससे बिहार का विकास होगा. विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसीलिए वह बयान बाजी कर रहे हैं.' -विजय यादव, हम प्रवक्ता
बता दें कि 2019 में केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार में जदयू कोटे से एक सांसद को मंत्री बनाने की बात कही गई थी. लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उस समय जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे. उन्होंने साफ तौर पर इनकार करते हुए कह दिया था कि सांकेतिक रूप से हम केंद्र में हिस्सेदारी नहीं ले सकते हैं. उसके बाद 2021 में जब बीजेपी के माध्यम से मंत्रिमंडल विस्तार की गई तो, उसमें जदयू कोटे के एक सांसद को मंत्री बनाया गया है. हालांकि इस समय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह है, उन्हें ही मंत्री बनाया गया है. इसे लेकर विपक्ष तंज कसने में लगा हुआ है.