पटना: राजधानी का नाम स्मार्ट सिटी में चयनित है, लेकिन पहली बारिश में ही स्मार्ट सिटी की पोल खुल गई. पटना स्मार्ट सिटी के कई इलाके में पानी भर गए. लोगों का चलना मुश्किल हो गया. मामला बिहार विधानसभा में भी गूंजा. विपक्ष ने जलजमाव को लेकर सरकार को घेरा, राजद विधायक और पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि सरकार धरातल पर कुछ नहीं कर पाई है. स्मार्ट सिटी का यह हाल है तो बिहार के दूसरे हिस्सों का क्या हाल होगा.
राजद ने उठाया सवाल
शिवचंद्र राम ने कहा कि पटना के ज्यादातर हिस्से जलमग्न हैं. पटना को स्मार्ट सिटी बनाने के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं. लेकिन धरातल पर कुछ भी दिखाई नहीं देता. शिवचंद्र राम ने कहा कि एनएमसीएच में पहली ही बारिश में मछली तैरने लगी है. नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि हम विभाग से रिपोर्ट लेंगे कि किन-किन इलाकों में जलजमाव है और 2 घंटे के भीतर यह सुनिश्चित किया जाएगा कि पानी निचले इलाकों से निकल जाए.
'2 घंटों में कर दी जाती है पानी की निकासी'
एक दिन के बारिश में ही पटना में कई जगह जलजमाव दिखने लगा है. यहां तक कि एनएमसीएच में मछलियां तैर रही हैं. वहीं, दूसरी तरफ नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा का अभी भी दावा है कि अब राजधानी पटना में जलजमाव नहीं होता है और कहीं जलजमाव होता भी है तो 2 घंटे में पानी की निकासी कर दी जाती है.
मंत्री ने कहा मुंबई में भी होता है जलजमाव
नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा का यही कहना है 6 महीना में राजधानी पटना में ऐसी स्थिति हो जाएगी कि कहीं जलजमाव नहीं होगा. पटना में कल से हो रही बारिश के कारण कई स्थानों पर काफी पानी जमा हो गया है और मंत्री का दावा ठीक उसके उलट है. जलजमाव के सवाल पर घिरने पर मंत्री ने यह भी कहा कि मुंबई में भी जलजमाव होता है.
एनएमसीएच में तैर रही हैं मछलियां
जहां मंत्री एक तरफ दावा कर रहे हैं कि जल जमाव राजधानी पटना में अब नहीं हो रहा है. वहीं पटना के सबसे बड़े अस्पताल में से एक नालंदा मेडिकल कॉलेज में इस बार भी 1 दिन के बारिश में वार्ड के अंदर पानी जमा हो गया है और उसमें मछलियां तैरती दिख रही हैं. पिछले साल भी एनएमसीएच में जलजमाव और मछलियों के तैरने को लेकर काफी हंगामा हुआ था. केवल एनएमसीएच में ही नहीं राजधानी के कई इलाकों में खासकर निचले इलाकों में तो घरों में पानी घुस गया है.