पटनाः बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने 23 जून को होने वाली विपक्षी एकता की बैठक पर तंज कसते हुए कहा है कि यह बैठक भाजपा मुक्त भारत के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस मुक्त भारत करने के लिए आयोजित की जा रही है. सुशील मोदी ने कहा कि क्षेत्रीय दलों की मंशा साफ है कि सभी कांग्रेस मुक्त भारत चाहते हैं. अब यह कांग्रेस को तय करना है कि वह कांग्रेस मुक्त भारत चाहती है कि क्या चाहती है.
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सुशील मोदी ने कहा कि यह वोइसलिए कह रहे हैं कि क्योंकि इस बैठक में शामिल होने वाली पार्टियों में ममता बनर्जी कह रही है कि कांग्रेस को बंगाल में चुनाव नहीं लड़ना चाहिए, यानी बंगाल में केवल टीएमसी चुनाव लड़े और बंगाल कांग्रेस मुक्त हो जाए. अरविंद केजरीवाल कह रहे हैं कि दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए और वहां कांग्रेस मुक्त हो जाए. केसीआर कह रहे हैं कि तेलंगाना में कांग्रेस को चुनाव नहीं लड़ना चाहिए. यूपी में अखिलेश यादव भी कह रहे हैं कि वह 80 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और कांग्रेस उनकी मदद करें.
23 जून की बैठक वास्तव में भाजपा मुक्त भारत के लिए नहीं बल्कि भारत से कांग्रेस को मुक्त करने के लिए हो रही है. विपक्षी पार्टियां कांग्रेस मुक्त भारत चाहती हैं. उन्होंने कहा कि विपक्ष के कई नेता अपने-अपने राज्य में कांग्रेस को चुनाव लड़ने के लिए मना कर रहे हैं, अब यह कांग्रेस को तय करना है कि वह कांग्रेस मुक्त भारत चाहती है कि क्या चाहती है"- सुशील मोदी, राज्यसभा सांसद
23 जून को होगी विपक्षी एकता की बैठक: गौरतलब है कि 23 जून को विपक्षी एकता की बैठक बिहार की राजधानी पटना में होने जा रही है. इस बैठक में 17 विपक्षी राजनीतिक दलों के प्रमुख शिरकत करेंगे. बैठक में शामिल होने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, यूपी से सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, आम आदमी पार्टी की ओर से अरविंद केजरीवाल और पंजाब सीएम भगवंत मान, जम्मू कश्मीर से फारुख अब्दुल्ला जैसे प्रमुख नाम हैं, जो इस बैठक में शिरकत करने के लिए पहुंच रहे हैं. 2024 में केंद्र से भाजपा को सत्ता से हटाने के उद्देश्य से यह बैठक होने जा रही है, जिसमें विपक्षी दल अपनी एकजुटता प्रदर्शित करेंगे. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि इस बैठक का क्या कुछ निष्कर्ष निकल कर सामने आता है.