पटना: मंगलवार को शीतकालीन सत्र का तीसरा दिन था लेकिन तीसरे दिन सदन में एक भी प्रश्न का उत्तर नहीं हुआ. सदन की कार्यवाही एनआरसी के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई. संविधान दिवस के दिन विधानसभा अध्यक्ष गुहार लगाते रहे. लेकिन विपक्ष के लोग अनसुना करते हुए सदन स्थगित होने तक वेल में नारेबाजी करते रहे. सदन स्थगित होने के कारण जनता के महत्वपूर्ण सवाल सदन में रखा नहीं जा सका. जिससे बीजेपी विधायकों ने नाराजगी जाहिर की.
बता दें कि एनआरसी को लेकर राजद कांग्रेस और सीपीआई एमएल सदस्यों ने सदन के अंदर और बाहर जबरदस्त हंगामा किया. वहीं सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर सदन को चलने नहीं दिया. इस छोटे शीतकालीन सत्र में भी विपक्षी सदस्यों ने जनता के सवाल उठने नहीं दिए. हालांकि विधानसभा की कार्यवाही में मंगलवार को केवल दो विधयेक पारित किए गए. जिसमें एक माल कर सेवा संशोधन विधयेक और दूसरा कराधान समाधान विधयेक शामिल है. हंगामे के बीच वित्त मंत्री सुशील मोदी ने दोनों विधेयक को सदन में पेश किया.
सदन में मात्र दो विधेयक हुई पारित
डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने सीएजी का विनियोग लेख और वित्त लेख को भी सदन पटल पर रखा. इसके अलावा कोई और कार्य नहीं हो सका. विपक्षी सदस्यों के हंगामे पर बीजेपी विधायकों ने जमकर निशाना साधा. इन विधायकों का कहना था कि बिहार में एनआरसी हर हाल में लागू होगा. बीजेपी विधायक मिथिलेश तिवारी ने विपक्ष के हंगामे पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा कि जनता के कई सवाल थे लेकिन विपक्ष के रवैया के कारण उसका उत्तर नहीं हो सका. वहीं, एनआरसी पर बीजेपी विधायक ने कहा कि यह बिहार में लागू होगा. गृह मंत्री अमित शाह ने पूरे देश में इसे लागू करने की बात कही है.
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एनआरसी पर बीजेपी विपक्ष आमने-सामने
वहीं, बीजेपी विधायक नीरज बबलू ने कहा कि विपक्ष इसलिए एनआरसी का विरोध कर रहा है क्योंकि विदेशियों के सहारे वोट बैंक मजबूत करना चाहता है. बीजेपी विधायक ने जोर देते हुए कहा कि बिहार में एनआरसी हर हाल में लागू होकर रहेगा. वहीं, आरजेडी विधायक रामानुज प्रसाद ने कहा एनआरसी बड़ा मुद्दा है. नीतीश सरकार को इस पर अपनी बात रखना चाहिए कि बिहार में एनआरसी लागू करेगी या नहीं. हालांकि सदन में सवाल जबाव पर विपक्ष के हंगामें सफाई दी. आरजेडी विधायक ने कहा कि यह भी जनता का ही सवाल है. जब देश और संविधान बचेगा तभी रोटी और कपड़ा और अन्य मुद्दों की बात होगी.
एनआरसी पर खुलकर नहीं बोल रही जदयू
विपक्ष के हंगामे पर जदयू का कहना है कि जनता के सवाल उठने देना चाहिए, विपक्ष का यह तरीका सही नहीं है. लेकिन एनआरसी को लेकर जदयू खुलकर कुछ भी बोलने से बच रही है. बता दें कि जदयू बिहार में एनआरसी लागू करने की बात नकारती रही है. जदयू का पहले से ही स्टैंड रहा है कि बिहार में एनआरसी लागू करने की जरुरत नहीं है.