पटना: विधानसभा के शीतकालीन सत्र की चौथे दिन की कार्यवाही विपक्षी दलों के हंगामे के भेंट चढ़ गयी है. सत्र के चौथे दिन भी प्रश्नकाल और ध्यान आकर्षण में सदन को चलने नहीं दिया गया. चौथे दिन द्वितीय अनुपूरक बजट को सरकार ने चर्चा के बाद पास करा लिया लेकिन विपक्ष सरकार के उत्तर का भी बहिष्कार किया.
विपक्षी सदस्यों के बहिष्कार पर सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कहा कि विपक्ष को विकास से कोई लेना देना नहीं है सदन को फेस करने की क्षमता भी विपक्ष में नहीं है और इसलिए बहिष्कार कर शर्मसार होने से बचना चाहते होंगे. शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने बताया कि सदन में 16 अरब से अधिक का बजट पास हुआ है. इससे शिक्षा विभाग के कई योजनाओं पर तेजी से काम होगा. जबकि विपक्ष सरकार के जवाब से असंतुष्ट होकर सदन से वाकआउट हो गया. वहीं, शिक्षा को बर्बाद करने का आरोप भी लगाया.
सरकार के जवाब से विपक्ष असंतुष्ट
आरजेडी विधायक भोला यादव ने कहा कि सरकार के जवाब में सुनने के लिए कुछ नहीं था इसलिए सदन में रहने का कोई मतलब नहीं था. वहीं कांग्रेस मुख्य सचेतक राजेश कुमार ने कहा शिक्षा क्वालिटी शिक्षा देने में सरकार फेल है. विद्यालय में गणित, इंग्लिश के टीचर नहीं है. यहीं नहीं स्कूलों में प्रधानाचार्य नहीं हैं. ऐसे में सरकार का साथ कैसे दे सकते हैं.
विपक्ष के हंगामे पर बीजेपी हमलावर
विपक्षी सदस्यों के बहिष्कार पर बीजेपी विधायक मिथिलेश तिवारी ने तंज कसा. उन्होंने कहा कि विपक्ष में सदन को फेस करने की शक्ति ही नहीं है. बीजेपी विधायक के मुताबि विपक्ष को विकास से कोई लेना देना नहीं है, अगर चर्चा होगी तो शर्मसार हो जाएंगे. इसलिए सदन का बहिष्कार कर विपक्षी शर्मसार होने से बचना चाहते हैं.
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वृहस्पतिवार को सत्र का होगा समापन
बता दें कि पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र में अब मात्र 1 दिन बचा है. वहीं, विधानसभा में गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा होनी बाकि है. सरकार ने विधेयक और द्वितीय अनुपूरक बजट तो पास करा लिया है लेकिन जनता के सवाल का उत्तर सदन में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण नहीं हो सका. दूसरी तरफ विधानसभा में विधायी कार्य विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच ही हुए हैं. ऐसे में अंतिम दिन विपक्ष सदन के चलने पर संशय है. क्योंकि विपक्ष की मांग पर सरकार भी चर्चा कराने के लिए तैयार नहीं दिख रही.