पटना: असम में एनआरसी लागू करने के बाद अब एनडीए सरकार इसे देशभर में लागू करने की तैयारी में है. बुधवार को देश के गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में एनआरसी लागू करने पर बयान देने के बाद सूबे की राजनीति गरमा गई है. विपक्ष ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला है.
राजद का कहना है कि भाजपा की कथनी और करनी में काफी अंतर है. राजद विधायक विजय प्रकाश ने कहा कि एनआरसी के मुद्दे पर भाजपा धर्म विशेष के लोगों को टारगेट पर ले रही है. भाजपा हमेशा से धर्म और जाति की राजनीति करती आ रही है. वो कभी भी देश की सभी जनता के बारे में नहीं सोचती. विजय प्रकाश ने कहा कि जिस तरह से जनता दल यूनाइटेड के प्रशांत किशोर ने एनआरसी के मुद्दे पर सवाल उठाया है, इससे उनका गठबंधन कटघरे में खड़ा है.
केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना
विजय प्रकाश से केंद्र और राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी मुद्दों पर जदयू और बीजेपी की अगल राय रहती है, लेकिन सत्ता की कुर्सी पर चिपके रहने के लिये दोनों एक साथ हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से तीन तलाक, राम मंदिर और एनआरसी जैसे मुद्दों पर भाजपा और जदयू में अंतर्द्वंद है, ये सारा ढोंग सिर्फ सत्ता में बने रहने के लिए है. राज्य की जनता इन चीजों को अब समझ चुकी है.
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कांग्रेस का अमित शाह को सलाह
इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता मदन मोहन झा ने कहा कि अमित शाह को कुछ भी बोलने से पहले अपनी पार्टी के नेताओं और गठबंधन के साथियों से विचार कर लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि सभी मुद्दों पर उनकी पार्टी के लोगों की अलग-अलग राय रहती है. ऐसे में वो जनता को दिग्भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं. बता दें कि बुधवार को सदन में अमित शाह ने कहा था कि एनआरसी लागू करने में किसी भी धर्म को चिन्हित नहीं किया जाएगा. यानी सिर्फ मुस्लिम ही नहीं अन्य धर्म के लोग भी एनआरसी के दायरे में आएंगे.