पटना: बिहार विधान परिषद में मंगलवार को वर्ष 2019-20 का बजट पारित हो गया. इसके साथ ही बिहार विनियोग विधेयक 2019 को भी पारित कर दिया गया. इस दौरान विपक्ष ने सभापति पर बिना बहस और चर्चा के ही विधेयक पारित करने का आरोप लगाया है.
बिहार विधान परिषद में सरकार के लिए कई बार विपक्ष ने मुसीबत खड़ी कर दी. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी बिहार विनियोग विधेयक पर चर्चा का जवाब दे रहे थे, लेकिन उस वक्त उनके वित्त विभाग के बड़े अधिकारी मौजूद नहीं थे. इस पर राजद ने प्रश्न उठाया.
सभापति पर लगे आरोप
जब राजद ने सवाल उठाया तो आनन-फानन में वित्त विभाग के प्रधान सचिव वहां पहुंचे. विनियोग विधेयक और आय-व्यय पर चर्चा के बिना ही इसे पारित करा लेने को लेकर विपक्ष ने सभापति पर सवाल उठाए. राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रामचंद्र पूर्वे ने जब इस बाबत सवाल किया तो उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी को बीच-बचाव करना पड़ा.
'बहुमत का फायदा उठा रही सरकार'
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि तकनीकी बातों पर ध्यान मत दीजिए. हालांकि विपक्ष ने आरोप लगाया कि सत्ता पक्ष के लोग बहुमत में है, जिसका फायदा उठाया जा रहा है. राजद नेता सुबोध कुमार ने सभापति पर पक्षपात का भी आरोप लगाया.