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नीतीश के नए मंत्रिमंडल पर विपक्ष का हमला, कहा- कहां गई सीएम की नैतिकता - बिहार में एनडीए सरकार

मंत्री पद की शपथ ले चुके मेवालाल चौधरी पर जूनियर वैज्ञानिक की बहाली में धांधली को लेकर एफआईआर दर्ज है और मामले की जांच चल रही है. लेकिन नीतीश के नए मंत्रिमंडल में मेवालाल चौधरी को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है. जिस पर विपक्ष सरकार को घेरने में लगा है.

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Published : Nov 17, 2020, 1:27 PM IST

पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 नवंबर को सातवीं बार सीएम पद की शपथ ली. उनके साथ 14 मंत्रियों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. जिसमें जदयू कोटे से मंत्री बनने वाले मेवालाल चौधरी भी शामिल हैं. मेवालाल चौधरी को लेकर विपक्ष अब नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल पर सवाल उठाने लगा है.

विपक्षी दलों का कहना है कि जो नीतीश कुमार जीरो टॉलरेंस की बात करते थे, आज उनकी नैतिकता कहां है? आखिर क्या मजबूरी है कि नीतीश कुमार ने मेवालाल चौधरी को मंत्री बनाया है. जिन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं.

'मेवालाल चौधरी आरोपित हैं और उन पर घोटाले का आरोप भी लगा है. जांच भी चल रही है. ऐसे लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करना चाहिए लेकिन उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है'-भाई वीरेंद्र, विधायक आरजेडी

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'एनडीए के नेता घोटालेबाजों पर ज्यादा भरोसा करते हैं'
आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि इससे साफ हो गया है कि एनडीए के नेता घोटालेबाजों पर ज्यादा भरोसा करते हैं. इसलिए यह घोटालेबाजों की ही सरकार बनी है. चुनाव के समय एनडीए के नेताओं ने धांधली कर महागठबंधन को हराने का काम किया है. इससे साफ हो गया है कि अब राज्य में सिर्फ धांधली की ही सरकार चलेगी.

राजेश राठौर का नीतीश कुमार पर हमला
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने भी मेवालाल चौधरी के शपथ लेने पर नीतीश कुमार पर तंज कसा है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि जो मुख्यमंत्री बार-बार जीरो टॉलरेंस की बात करते थे, आज वही मुख्यमंत्री मेवालाल चौधरी को मंत्री बना रहे हैं.

'मेवालाल चौधरी ने कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर की बहाली में काफी घोटाला किया था और उन पर निगरानी द्वारा एफआईआर भी दर्ज है. वैसे लोगों को अब मंत्रिमंडल में मौका दिया जा रहा है. इससे साफ हो गया है कि इस बार नीतीश कुमार का जो मंत्रिमंडल बन रहा है उसमें सिर्फ भ्रष्टाचार ही होगा और उनके संरक्षण में भ्रष्टाचारी मंत्री फलें फूलेंगे'- राजेश राठौर, प्रवक्ता कांग्रेस

धांधली के आरोप हुए थे प्रमाणित
बता दें कि जदयू के विधायक और वर्तमान में मंत्री पद की शपथ ले चुके मेवालाल चौधरी 2010-15 के बीच सबौर कृषि विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर थे. उस समय जूनियर वैज्ञानिक की बहाली में उन पर धांधली और भवन निर्माण में घपले का आरोप लगा था. मामला सामने आने के बाद नीतीश कुमार की काफी फजीहत भी हुई थी. निगरानी ब्यूरो ने जांच कराई तो आरोप प्रमाणित भी हुए. लेकिन 2020 विधानसभा चुनाव में नीतीश कैबिनेट में मेवालाल चौधरी को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है. जिस पर विपक्ष सरकार को घेरने में लगा हुआ है.

पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 16 नवंबर को सातवीं बार सीएम पद की शपथ ली. उनके साथ 14 मंत्रियों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. जिसमें जदयू कोटे से मंत्री बनने वाले मेवालाल चौधरी भी शामिल हैं. मेवालाल चौधरी को लेकर विपक्ष अब नीतीश कुमार के मंत्रिमंडल पर सवाल उठाने लगा है.

विपक्षी दलों का कहना है कि जो नीतीश कुमार जीरो टॉलरेंस की बात करते थे, आज उनकी नैतिकता कहां है? आखिर क्या मजबूरी है कि नीतीश कुमार ने मेवालाल चौधरी को मंत्री बनाया है. जिन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे हैं.

'मेवालाल चौधरी आरोपित हैं और उन पर घोटाले का आरोप भी लगा है. जांच भी चल रही है. ऐसे लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल नहीं करना चाहिए लेकिन उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है'-भाई वीरेंद्र, विधायक आरजेडी

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'एनडीए के नेता घोटालेबाजों पर ज्यादा भरोसा करते हैं'
आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि इससे साफ हो गया है कि एनडीए के नेता घोटालेबाजों पर ज्यादा भरोसा करते हैं. इसलिए यह घोटालेबाजों की ही सरकार बनी है. चुनाव के समय एनडीए के नेताओं ने धांधली कर महागठबंधन को हराने का काम किया है. इससे साफ हो गया है कि अब राज्य में सिर्फ धांधली की ही सरकार चलेगी.

राजेश राठौर का नीतीश कुमार पर हमला
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने भी मेवालाल चौधरी के शपथ लेने पर नीतीश कुमार पर तंज कसा है. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा है कि जो मुख्यमंत्री बार-बार जीरो टॉलरेंस की बात करते थे, आज वही मुख्यमंत्री मेवालाल चौधरी को मंत्री बना रहे हैं.

'मेवालाल चौधरी ने कृषि विश्वविद्यालय में प्रोफेसर की बहाली में काफी घोटाला किया था और उन पर निगरानी द्वारा एफआईआर भी दर्ज है. वैसे लोगों को अब मंत्रिमंडल में मौका दिया जा रहा है. इससे साफ हो गया है कि इस बार नीतीश कुमार का जो मंत्रिमंडल बन रहा है उसमें सिर्फ भ्रष्टाचार ही होगा और उनके संरक्षण में भ्रष्टाचारी मंत्री फलें फूलेंगे'- राजेश राठौर, प्रवक्ता कांग्रेस

धांधली के आरोप हुए थे प्रमाणित
बता दें कि जदयू के विधायक और वर्तमान में मंत्री पद की शपथ ले चुके मेवालाल चौधरी 2010-15 के बीच सबौर कृषि विश्वविद्यालय में वाइस चांसलर थे. उस समय जूनियर वैज्ञानिक की बहाली में उन पर धांधली और भवन निर्माण में घपले का आरोप लगा था. मामला सामने आने के बाद नीतीश कुमार की काफी फजीहत भी हुई थी. निगरानी ब्यूरो ने जांच कराई तो आरोप प्रमाणित भी हुए. लेकिन 2020 विधानसभा चुनाव में नीतीश कैबिनेट में मेवालाल चौधरी को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है. जिस पर विपक्ष सरकार को घेरने में लगा हुआ है.

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