पटना: कोरोना संक्रमण के बीच राज्य में प्रवासी मजदूरों का आना जारी है. इस क्रम में शुक्रवार को 83 श्रमिक स्पेशल ट्रेनें राज्य के अलग-अलग जिलों में पहुंचेंगी. इन ट्रेनों से करीब 1 लाख 40 हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूरों के राज्य में पहुंचने की उम्मीद है.
बता दें कि गुरुवार को 85 ट्रेन से 1,40,250 प्रवासी वापस बिहार लौटे. इसमें सबसे अधिक गुजरात से 19 ट्रेन और दिल्ली से 10 ट्रेन बिहार पहुंची. जिसमें 13 राज्यों से प्रवासियों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन बिहार पहुंची.
घरेलू उड़ानों को लेकर पटना एयरपोर्ट पर तैयारियां तेज
वहीं, लॉकडाउन 4.0 में अब घरेलू हवाई सेवा शुरू हो रही है. इसको लेकर नागर विमानन मंत्रालय ने सभी एयरपोर्ट को तैयार रहने को कह दिया है. 25 मई से देश के कई एयरपोर्ट से लोग यात्रा कर सकते हैं. नागर विमानन मंत्री ने ट्वीट कर इसकी जानकारी भी दे दी है. इसके बाद पटना एयरपोर्ट पर भी इसकी तैयारियां जोरों से चल रही हैं.
कुलियों का 'बोझ' उठाने में फेल हो गई सरकार
पटना जंक्शन के दक्षिणी द्वार करबिगहिया पर मौजूद कुलियों की हालत काफी चिंताजनक है. कुलियों के सामने भुखमरी की नौबत आ गई है. करबिगहिया जंक्शन के विश्राम गृह में मौजूद कुलियों का कहना है कि लॉकडाउन से उनकी कमाई का जरिया बंद हो गया है. इसकी वजह से दर्जनों की संख्या में कुली पटना में ही फंसे रह गए.
कटिहार में पहुंचे 52 हजार से ज्यादा प्रवासी मजदूर
डीएम कंवल तनुज ने बताया है कि जिले में लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्य में रह रहे प्रवासी मजदूरों की वापसी का सिलसिला लगातार जारी है. यह आंकड़ा 52 हजार को पार कर गया है. जो संभवतः सूबे के दूसरे जिले बेतिया, पूर्वी चंपारण में लौट रहे प्रवासी मजदूरों की संख्या से कहीं ज्यादा है. उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना पॉजिटिव के जो नये मामले आ रहे हैं, उनमें ज्यादातर दूसरे राज्यों से लौट रहे मजदूरों की संख्या है.
गया: क्वॉरेंटीन सेंटर में सांप काटने से बच्चे की मौत
जिले के मोहनपुर प्रखंड स्थित कंचनपुर उच्च विद्यालय में संचालित क्वॉरेंटाइन सेंटर में तड़के सुबह पांच साल के बच्चे की सांप काटने से मौत हो गई. इस मामले में जिलाधिकारी ने सेंटर के प्रभारी अभिषेक सिंह पर एक्शन लेते हुए उसे सस्पेंड कर दिया है.
भागलपुर: 22 दिनों बाद कई इलाकों से हटाई गई बैरिकेडिंग
जिले के दक्षिणी क्षेत्र इलाके के दर्जन भर से अधिक मोहल्ले में सील को हटा लिया गया है. दरअसल, कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कई मोहल्लों में बैरिकेडिंग की गई थी. गुरुवार को उप नगर आयुक्त सत्येंद्र प्रसाद वर्मा के मौजूदगी में लगभग 22 दिनों बाद सील खोला गया.
मजफ्फरपुर: दर्जनों पंचायतों में नीलगाय ने मचाया आतंक
जिले में अन्नदाता इन दिनों नीलगाय के आतंक के आगे बेबस हो गए है. विगत तीन सालों से कांटी प्रखंड के दर्जनों पंचायत के हजारों किसानों की फसल को नीलगाय बर्बाद कर देते हैं. इससे निपटने के लिए किसान ने हजारों रुपए खर्च कर खेतों पर तार और जाली लगाकर फसल बचाने का प्रयास तो जरूर किया, लेकिन इसके बावजूद भी छुटकारा नहीं मिल पाया है.
दरभंगा में लॉकडाउन तोड़ने वालों पर कार्रवाई
दरभंगा के वरीय पुलिस अधीक्षक बाबूराम ने कहा कि लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए जगह-जगह वाहनों की चेकिंग लगातार की जा रही है. उन्होंने कहा कि अभी तक 12 हजार से अधिक वाहन लॉकडाउन का उल्लंघन करते पाए गए, जिनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए 1 करोड़ 8 लाख से अधिक की राशि जुर्माना के रूप में वसूली गई है.
सारण: क्वारंटीन सेंटर पर नहीं मिल रही सुविधा
छपरा के एकमा प्रखंड के क्वारंटीन सेंटर में प्रवासी मजदूरों ने जमकर हंगामा किया. मजदूरों का कहना है कि यहां सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है.साथ ही उन्होंने कहा कि हम लोगों को क्वारंटीन में रहने भी नहीं दिया जा रहा है. इस कारण ये मजदूर परेशान है.
नालंदा : मनरेगा के तहत 471 मजदूरों को मिला काम
प्रवासी मजदूरों को रोजगार देना सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. वहीं, नालंदा जिला प्रशासन के द्वारा प्रवासियों को काम देने की दिशा में पहल शुरू कर दी गई है. अब तक 471 प्रवासी मजदूरों को मनरेगा के तहत काम दिया जा चुका है. स्किल्ड प्रवासी मजदूरों के लिए अलग से व्यवस्था की बात कही गई है.