पटना: ओमीक्रोन वैरिएंट की IGIMS में जिनोम सिक्वेंसिंग (Genome Sequencing In IGIMS) शुरू हो चुकी है. पटना आईजीआईएमएस स्थित लैब में 32 सैंपलों की जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट में 27 लोग संक्रमित (Omicron Case Increased In Bihar ) पाए गए हैं. बता दें कि लैब में की गई यह पहली जांच है, जिसमें 85 फीसदी मरीजों के सैंपल जांच में ओमीक्रोन की पुष्टि हुई है. इसके बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है.
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आईजीआईएमएस अधीक्षक मनीष मंडल ने पुष्टि करते हुए बताया कि पहले 32 सैंपल में 27 सैंपल ओमीक्रोन (Omicron In Bihar) के पाए गए हैं. चार सैंपल डेल्डा वैरिएंट के हैं, जबकि एक सैंपल किसी दूसरे वैरिएंट का है. यानी कि बिहार में जितने भी संक्रमण के मामले अभी आ रहे हैं, वे ओमीक्रोन के ही हैं. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे सैंपल जमा होते जाएंगे, वैसे जांच होती रहेगी. उन्होंने कहा कि एक बार में 96 सैंपल का जांच होता है. यह महंगा जरूर है लेकिन महंगाई जांच में बाधा नहीं बनेगी. उन्होंने कहा कि कि सभी जिलों के मरीजों की जेनोम सिक्वेंसिंग होनी चाहिए जिससे यह पता चल पाए कि ओमीक्रोन संक्रमण किस तरह से फैल रहा है.
पहली खेप में 32 कोरोना संक्रमित केसों को जिनोम सिक्वेंसिंग के लिए IGIMS की लैब में भेजा गया था. बिहार में लगातार कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं. इतनी बड़ी संख्या में जिनोम सिक्वेंसिंग की जांच कराना बड़ा मुश्किल है. अगर सभी संक्रमित मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग जांच हो तो बिहार में ओमीक्रोन की असल स्थिति का पता चल सकेगा.
संक्रमण रोकथाम के तमाम प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं. रोज मिलने वाले मरीजों की संख्या अब पांच हजार को पार कर गई है. बिहार स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी ताजा अपडेट के मुताबिक बीते 24 घंटे में प्रदेश में 5022 नए मामले सामने आए हैं.
इसी के साथ ही सूबे में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 16,897 हो गई है. बता दें कि शनिवार को जारी अपडेट के मुताबिक रविवार को 496 अधिक केस मिले हैं. बता दें कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच बिहार में ओमीक्रोन ने भी कहर जारी है.
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