पटना: सरकारी योजनाओं (Government Schemes) में किस तरीके से लूट होती है, उसकी बानगी वैशाली जिले में देखने को मिली. जहां तालाब में पानी है ही नहीं, लेकिन जल निकासी के लिए करोड़ों की योजना बन गई है. शिकायत मिलने के बाद पर्यटन मंत्री (Tourism Minister) हरकत में आ गए हैं.
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बिहार में सरकारी योजनाओं में किस तरीके से अधिकारी बंदरबांट कर रहे हैं, यह किसी से छुपा नहीं है. वैशाली जिले में पोखर से पानी निकालकर नहर में डालने के नाम पर 9 करोड़ की योजना बन गई, जबकि पोखर में पानी ही नहीं था. अधिकारियों के गड़बड़झाला की शिकायत पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद (Tourism Minister Narayan Prasad) के पास पहुंची. नारायण प्रसाद ने स्थल का निरीक्षण किया, तो चौका देने वाले तथ्य सामने आए.
पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद ने कहा कि मुझे जब यह शिकायत मिली कि योजना में धांधली हो रही है, तो मैंने स्थल का निरीक्षण किया और जिस तालाब से पानी निकालने के नाम पर 9 करोड़ की योजना स्वीकृति के लिए भेजी गई थी, उस तालाब में पानी ही नहीं था.
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''मैंने तत्काल इस योजना पर रोक लगा दी है. महज एक करोड़ में बोरिंग के जरिए 5 किलोमीटर तक पानी पहुंचाया जा सकता है. मैंने फैसला लिया है कि अब किसी भी योजना को बगैर स्थल निरीक्षण के स्वीकृत नहीं करूंगा.''- नारायण प्रसाद, पर्यटन मंत्री