पटनाः गोपालगंज और मोकामा उपचुनाव (Kurhani Upchunav 2022) के बाद अब कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव की हलचल तेज हो गई है. इस सीट पर मतदान के लिए नामांकन (Nomination start for Kurhani Assembly By Election) की प्रक्रिया आज से शुरू हो जाएगी. नामांकन 17 नवंबर तक चलेगा. कलेक्ट्रेट परिसर स्थित निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में नामांकन पत्र दाखिल होगा. नामांकन के लिए चेक लिस्ट जारी की गई है.
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8 दिसंबर को मतगणना होगीः नामांकन के समय उम्मीदवारों को अपनी संपत्ति व आपराधिक मामले के संबंध में घोषणा पत्र दाखिल करना होगा. 18 नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 21 नवंबर तक नामांकन वापस लिया जाएगा. उसके बाद 5 दिसंबर को मतदान होगा और 8 दिसंबर को मतगणना होगी. वहीं चुनाव को लेकर गठित 24 कोषांगों के नोडल अधिकारियों और वरीय प्रभारी अधिकारियों ने चुनाव से संबंधित कामकाज शुरू कर दिया है.
क्यों खाली हुई सीटः आपको बता दें कि आरजेडी विधायक अनिल सहनी की विधायकी जाने के बाद बिहार की कुढ़नी विधानसभा सीट खाली हुई थी. कुढ़नी विधानसभा क्षेत्र से आरजेडी विधायक अनिल सहनी पर राज्यसभा सांसद रहने के दौरान एलटीसी घोटाले का आरोप लगा है. इस आरोप पर सीबीआई जांच कर रही थी. अनिल सहनी जब राज्यसभा सांसद बने थे तो बिना यात्रा के लाखों रुपये का घोटाला हुआ था. एलटीसी घोटाला मामले में 31 अक्टूबर 2013 को सीबीआई ने केस दर्ज किया था.
2013 में सीबीआई ने दर्ज किया था केसः सहनी पर आरोप है कि राज्यसभा सांसद रहते उन्होंने बिना कोई यात्रा किए जाली ई-टिकट और फर्जी बोर्डिंग पास के जरिये 23 लाख 71 हजार रुपये की धोखाधड़ी की थी. अवकाश और बिना यात्रा किए लाखों रुपये का भत्ता लिए जाने के एलटीसी घोटाले के मामले में 31 अक्टूबर 2013 में सीबीआई ने केस दर्ज किया था. केंद्रीय सतर्कता आयोग ने इस मामले को सीबीआई को ट्रांसफर किया था. सीबीआई ने इस मामले में मनी लाउंड्रिंग एक्ट, धोखाधड़ी, सरकारी पद के दुरुपयोग की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था.
कोर्ट ने सुनाई 2 साल की सजाः दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अवकाश एवं यात्रा भत्ता घोटाला (LTC scam Case) मामले में उनको दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई है. अनिल सहनी उत्तर बिहार के कद्दावर निषाद समाज के नेता महेंद्र सहनी के बेटे हैं. महेंद्र सहनी खुद भी राज्यसभा सांसद थे. उनकी मृत्यु के बाद बेटे अनिल सहनी को राज्यसभा सांसद बनाया गया था. बाद में अनिल सहनी ने आरजेडी का दामन थामा और कुढ़नी विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर बीजेपी से इस सीट को छीन लिया था.