पटनाः पालीगंज अनुमंडल अंतर्गत दामोदर +2 उच्च विद्यालय तीन शिक्षकों के भरोसे चल रहा है. लगभग 3 सौ ज्यादा छात्रों का भविष्य खतरे में है.
शिक्षको के कमी के कारण विद्यालयों में छात्रों की पढ़ाई नहीं होती है. जिससे अभिभावक अपने बच्चों का इस विद्यालय में नामांकन करने से मुकरने लगे हैं. जानकारी के अनुसार पालीगंज अनुमंडल के दक्षिणी इलाके में एक भी उच्च विद्यालय नहीं होने से इस इलाके में शिक्षा का अभाव था. जिसे देख रघुनाथपुर गांव निवासी दामोदर शर्मा ने सन 1944 में रघुनाथपुर गांव स्थित दामोदर उच्च विद्यालय की स्थापना कराई थी. जिसे कुछ ही वर्षो बाद सरकार ने अपने संरक्षण में ले लिया.
कई सालों से इंटर मीडियेट तक की पढ़ाई हो रही है. पूर्व में यहां दूर दराज से हजारों छात्र छात्राएं पढ़ने आते थे. वहीं समय बीतने के साथ-साथ विद्यालय में शिक्षकों की कमी हो गई जिसके कारण विद्यालय में शिक्षन कार्य बंद हो गया. इसी बजह से अभिभावक अपने बच्चों को इस विद्यालय में नामांकन कराने से मुकरने लगे हैं.
इसी साल सरकारी नीति के कारण विद्यालय में छात्रों का नामांकन अधिक हुआ है. अभी यहां10 से 12 तक छात्रों की संख्या लगभग 3 सौ है. वहीं 9 वर्ग में नामांकन जारी है. लेकिन छात्रों की पढ़ाई के लिए बिहार सरकार ने मात्र 3 शिक्षकों का ही विद्यालय में बहाली किया है. वहीं जब विद्यालय के प्रधानाचार्य से मोबाइल से विद्यालय के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की. तो मीडिया का नाम सुनते ही उन्होंनें मोबाइल को स्विचऑफ कर दिया.