पटनाः महागठबंधन में सीट शेयरिंग का मामला अब तक सुलझ नहीं पाया है. हालांकि अगले कुछ दिनों के अंदर सारी बातें फाइनल होने का दावा राजद के नेता कर रहे हैं. कांग्रेस और राजद के बीच राकांपा को लेकर थोड़ा विवाद जरूर दिख रहा है. इधर रालोसपा की तरफ से आज बड़ी घोषणा हो सकती है. जिसके बाद महागठबंधन का स्वरूप फाइनल हो जाएगा.
महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर पिछले कुछ दिनों की घटनाओं ने मामला थोड़ा उलझा दिया है. सूत्रों के मुताबिक, परेशानी तब शुरू हुई जब कांग्रेस ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के लिए सीट देने की मांग राजद कर दी. इसके बाद राजद ने दो टूक कह दिया कि कांग्रेस को अपने हिस्से से ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को सीटें देनी होंगी. यहीं से मसला खड़ा हुआ और इसके बाद पटना आए कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडे ने बयान दे दिया कि कांग्रेस सभी 243 सीटों पर चुनाव की तैयारी कर रही है.
कांग्रेस को मिल सकती है 60 सीट
कांग्रेस नेता के इस बयान पर राजद ने भी तेवर दिखाए और पहले जहां 60 सीटों की बात कांग्रेस के लिए हो रही थी. राजद ने इसे घटाकर 58 करने और वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट कांग्रेस को देने का फार्मूला सामने कर दिया. अब इसे लेकर राजद और कांग्रेस के बीच तनातनी दिख रही है. हालांकि जानकारी के मुताबिक कांग्रेस को अधिकतम 60 सीटें मिल सकती हैं.
कांग्रेस और राजद करीब 210 सीटों पर लड़ेंगे
इधर रालोसपा को लेकर आज उपेंद्र कुशवाहा की घोषणा के बाद महागठबंधन में तस्वीर और ज्यादा साफ होगी. इतना तय है कि कांग्रेस और राजद महागठबंधन में करीब 210 सीट पर चुनाव लड़ेंगे जिनमें 150 के आसपास राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार होंगे और करीब 60 प्रत्याशी कांग्रेस के होंगे. इसके अलावा वामदल 20 से 25 सीटों पर और वीआइपी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और झामुमो करीब 10-12 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे.
'महागठबंधन में कोई परेशानी नहीं'
सीट शेयरिंग पर महागठबंधन में विवाद को लेकर पूर्व मंत्री और राजद विधायक शिवचंद्र राम ने कहा कि महागठबंधन में कहीं कोई परेशानी नहीं है. उन्होंने कहा कि सभी दलों को उनकी जरूरत के हिसाब से राजद सीटें दे रहा है और बहुत जल्द सीट शेयरिंग का मामला सुलझ जाएगा.