पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 14 नवम्बर को जल संसाधन विभाग में नियुक्ति के लिए चयनित 489 निम्नवर्गीय लिपिक और 485 कनीय लेखा लिपिक को नियुक्ति पत्र (Nitish Kumar will distribute appointment letters) देंगे. कुल 974 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र मिलेगा. इन अभ्यर्थियों का चयन बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा किया गया है. इसके अलावा बिहार कर्मचारी चयन आयोग द्वारा अनुशंसित 32 कनीय अभियंताओं को भी जल संसाधन विभाग द्वारा नियुक्ति पत्र का वितरण किया जा रहा है. इस प्रकार कुल 1006 नई नियुक्तियां की गई हैं.
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श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में होगा कार्यक्रमः नवनियुक्त कर्मियों के लिए नियुक्ति पत्र वितरण-सह-उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल पटना में किया गया है. समारोह में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी भी मौजूद रहेंगे. समारोह की अध्यक्षता जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा करेंगे.
24 घंटे के अंदर पदस्थापित किया जायेगाः जल संसाधन तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय कुमार झा ने बताया कि नवनियुक्त कर्मियों की राज्य के सभी 19 मुख्य अभियंता प्रक्षेत्रों में सेवा आवंटन की गयी है. पूरी प्रक्रिया 18 अक्टूबर, 2022 को कंप्यूटर आधारित रेंडमाइजेशन विधि से पूर्ण पारदर्शिता के साथ पूरी की गई है. सोमवार को नियुक्ति पत्र वितरण के बाद इन्हें मुख्य अभियंता प्रक्षेत्र के अधीन विभिन्न कार्यालयों में 24 घंटे के अंदर पदस्थापित कर दिया जायेगा.
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कार्यों को निपटारा तीव्र गति से होगाः संजय कुमार झा ने कहा कि निम्न वर्गीय लिपिक के लिए पर्याप्त पद उपलब्ध नहीं थे. लेकिन अतिरिक्त पदों को समायोजित करते हुए इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों को नियुक्त किया जा रहा है. मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हाल में हुई कैबिनेट बैठक में इन नियुक्तियों में आड़े आ रही बाधाओं को दूर करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी. बड़ी संख्या में निम्नवर्गीय लिपिक और कनीय लेखा लिपिक की नियुक्तियों के फलस्वरूप जल संसाधन विभाग की योजनाओं से जुड़े कार्यालय एवं लेखा संबंधी कार्यों को तीव्र गति से निपटाया जा सकेगा.
बाढ़ नियंत्रण कक्ष का संचालन होगा आसानः जल संसाधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बाढ़ प्रक्षेत्रों में बाढ़ की विभीषिका से बचाव हेतु कटाव निरोधक कार्य एवं बाढ़ अवधि में बाढ़ संघर्षात्मक कार्य कराया जाता है. इन कार्यों में नियमित पत्राचार एवं लेखा संधारण की भूमिका अहम होती है. साथ ही बाढ़ अवधि में सभी मुख्य अभियंता प्रक्षेत्रों में प्रमंडल स्तर से मुख्य अभियंता स्तर तक बाढ़ नियंत्रण कक्ष का संचालन किया जाता है, जिसमें आंकड़ों का प्रेषण, संधारण, बाढ़ समाग्रियों का लेखा, इत्यादि नियमित कार्य किये जाते हैं. विभिन्न लिपिक संवर्ग में बड़ी संख्या में नई नियुक्तियां होने से इन कार्यों का त्वरित निष्पादन हो सकेगा.