पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समस्तीपुर में बुधवार को जानकी मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने सरायरंजन में कॉलेज बनने से नाराज चल रहे महेश्वर हजारी को आड़े हाथों ले लिया. भरे मजमे में सीएम ने अपने ही मंत्री से निपटने की बात कह डाली. भाषण के दौरान सीएम मेडिकल कॉलेज का विरोध कर रहे लोगों पर भड़क गए. उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि अपनी ही पार्टी के एक मंत्री से तो हम बाद में पूछेंगे.
मंत्री महेश्वर हजारी ने जताई थी नाराजगी
दरअसल, मेडिकल कॉलेज को लेकर जेडीयू विधायक और योजना एंव विकास मंत्री महेश्वर हजारी ने नाराजगी जताई थी. समस्तीपुर के विधायक महेश्वर हजारी का कहना है कि मेडिकल कॉलेज मुख्यालय में बनना चाहिए था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर कॉलेज बनने से लोगों को बहुत ज्यादा लाभ नहीं मिलेगा.
मंत्री के बयान से नाराज हुए सीएम
जेडीयू विधायक महेश्वर हजारी ने ये भी कहा था कि मुख्यमंत्री एक नेता के प्रभाव में सरायरंजन में मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए तैयार हो गए. जबकि मेडिकल कॉलेज मुख्यालय में बनता तो ज्यादा अच्छा होता. मीडिया में आए मंत्री के इस बयान की खबर सीएम को लग गई और वह भरी सभा में ही अपने मंत्री पर भड़क गए.
लालू-राबड़ी को भी सुनाई खरी खोटी
इतना ही नहीं सरायरंजन प्रखंड के नरर्घोघी में मेडिकल कॉलेज खोलने के सरकार के फैसले का विरोध कर रही आरजेडी पर भी नीतीश ने जमकर हमला बोला. सीएम ने लालू-राबड़ी को जमकर खरी-खोटी सुनाई. उन्होंने कहा कि बिहार में 15 सालों तक पति-पत्नी का राज रहा और उससे पहले कांग्रेस का राज रहा. तब मेडिकल कॉलेज नहीं खोला गया. लेकिन जब उनकी सरकार में मेडिकल कॉलेज खुल रहा है तो इसका विरोध किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि आरजेडी के लोग बिहार को बर्बाद करना चाहते हैं.