पटना: बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की शुरुआत मंगलवार से हो रही है. इस सत्र में नीतीश सरकार (Nitish Government) को विपक्ष के साथ-साथ अपनों से भी जुबानी हमले देखने को मिलेंगे. बीजेपी के साथ-साथ वाम दल की पार्टी भी सरकार से बेरोजगारी, महंगाई (Inflation in Bihar), किसान, झुग्गी-झोपड़ी सहित विभिन्न मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेगी. वहीं शीतकालीन सत्र को लेकर तैयारी पूरी हो गई है.
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विपक्ष ने बनाई सरकार को घेरने की रणनीति: बिहार की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने नीतीश सरकार से शिक्षक नियोजन में देरी, बिहार में महंगाई, बेरोजगारी, यूरिया की किल्लत के साथ-साथ कानून व्यवस्था को लेकर सदन के बाहर और सदन के अंदर भी मजबूती से सरकार को घेरने का काम करेगी. बीजेपी के नेता और सचेतक जनक सिंह ने महागठबंधन की सरकार पर जोरदार हमला बोला है. सदन में सरकार को हर मोर्चे पर घेरने की रणनीति भी बनाई है.
''अगर सरकार जनता को मालिक न समझकर स्वयं को मालिक समझता है तो ऐसी स्थिति में विपक्ष का धर्म है कि राजहित में, देशहित में जनता की ज्वलंत समस्याओं को लेकर विधानसभा हो या लोकसभा हो या देश के हर चौराहे पर उसको उठाना चाहिए. वर्तमान में जो राज्य की स्थिति है वो व्यक्तिगत हित में लगे हुए हैं. इस राज्य का कल्याण कैसे होगा इसकी उनको चिंता नहीं है.''- जनक सिंह, बीजेपी विधायक सह सचेतक
सरकार भी सदन में तैयार: विपक्ष और सहयोगी दल के कड़े रुख को लेकर सत्ताधारी दल भी परेशान दिख रहा है. सदन के अंदर और सदन के बाहर विपक्ष के हर सवाल का जवाब देने के लिए सरकार ने ठोस रणनीति बनाई है. जिसके तहत तमाम मंत्री विभिन्न विभागों के जवाब देंगे. अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि सही जवाब सदन के अंदर आए. विधायक मुकेश कुमार यादव ने बीजेपी के कड़े रुख पर कहा है कि अब विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है.
''वर्तमान सरकार ने विपक्ष के हर मुद्दे को पहले ही खत्म कर दिया है. बेरोजगारी, महंगाई सहित मुद्दों पर सरकार पहले से ही काम कर रही है. सरकार लगातार जनहित के कार्य कर रही हैं. विकास को मुद्दा बनाकर सरकार काम कर रही है. युवाओं को रोजगार देने का काम भी लगातार किया जा रहा है. बावजूद इसके बीजेपी अगर किसी भी तरह का सवाल उठाती है तो वह गलत है. सही ढंग से अगर भारतीय जनता पार्टी सरकार पर कोई सवाल उठाती है, या उसका जवाब सदन में चाहेगी तो हम लोग तैयार हैं. जनता भी देख रही है कि हम लोग किस तरह से लगातार उनकी समस्याओं का समाधान करने का काम कर रहे हैं.''- मुकेश यादव, राजद विधायक
5 दिनों का है शीतकालीन सत्र: बिहार में बढ़ते अपराध और शराबबंदी के बावजूद बिहार में तस्करी का मुद्दा गरमाएगा. विपक्ष कानून व्यवस्था से लेकर किसानों के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की पूरी तैयारी है. ऐसे में सदन की कार्यवाही हंगामेदार होने के पूरे आसार हैं. सरकार की ओर से कई विधायक भी लाए जाएंगे. वहीं सदस्यों के प्रश्नों का जवाब भी होगा. बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र (Bihar Legislature Winter Session ) 13 दिसंबर से शुरू होगा. सत्र 5 दिनों तक चलेगा. 19 दिसंबर को विधानमंडल सत्र का समापन हो जाएगा.