पटना: दरभंगा पार्सल ब्लास्ट (Darbhanga Parcel Blast) मामले में एनआईए (NIA) इस घटना के मास्टरमाइंड हाजी सलीम से पूछताछ कर रही है. ETV भारत से बेऊर जेल के अधीक्षक जितेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि एनआईए की टीम पहुंची और हाजी सलीम से पूछताछ की. एनआईए की टीम में 5-6 लोग शामिल हैं. बता दें कि मामले के आरोपी आतंकी नासिर और उसके भाई इमरान को एनआईए पटना के एनआईए कोर्ट में पेश करने लाई थी.
एनआईए स्पेशल कोर्ट के जज गुरविंदर सिंह मल्होत्रा के अवकाश पर रहने की वजह से दोनों आतंकियों को रेगुलर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट में 23 जुलाई तक इमरान और नासिर को न्यायिक हिरासत में भेजने का निर्देश दिया है.
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हाजी सलीम अभी बीमार चल रहा है. बेऊर जेल में ही उसका इलाज चल रहा है. एनआईए की टीम हाजी सलीम से बेऊर जेल में ही 3 दिन पूछताछ करना शुरू कर चुकी है. एनआईए के विशेष सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कोर्ट के समक्ष एनआईए द्वारा नासिर और इमरान को रिमांड पर लेने के लिए आवेदन नहीं दिया गया था. हाजी सलीम से जेल में ही पूछताछ करने की अनुमति मांगी गई थी.
अदालत ने हाजी सलीम से जेल में पूछताछ की अनुमति दे दी है. अगले 3 दिनों तक एनआईए की टीम हाजी सलीम से बेऊर जेल में ही पूछताछ करेगी. दरअसल, एनआईए द्वारा दो बार रिमांड पर लेकर नासिर और इमरान से पूछताछ हो चुकी है. इन चारों आतंकियों को आगामी 23 जुलाई को एनआईए की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा. तब तक दरभंगा ब्लास्ट मामले में गिरफ्तार चारों आरोपी पटना के बेऊर जेल में बंद रहेंगे.
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बेऊर जेल प्रशासन के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनआईए के अलग वार्ड में इन दोनों आतंकियों को रखा गया है. जहां कि पहले से ही कफिल भी एनआईए वार्ड में बंद है. इसके अलावा बेऊर जेल में पहले से ही 16 आतंकी बंद हैं. मिल रही जानकारी के अनुसार बेऊर जेल प्रशासन द्वारा दो और आतंकियों के जेल में आने के बाद सुरक्षा चाक-चौबंद कर दी गई है. उम्मीद जताई जा रही है कि दरभंगा ब्लास्ट मामले के मास्टरमाइंड हाजी सलीम उर्फ मोहम्मद सलीम से पूछताछ में एनआईए को अहम सुराग मिल सकते हैं.
बता दें कि दरभंगा स्टेशन पर पार्सल धमाका मामले में इमरान और नासिर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था. इन दोनों आतंकियों की पटना एनआईए कोर्ट में 9 जुलाई को पेशी हुई थी, जिसमें एनआईए ने दोनों को 10 दिनों की रिमांड पर लेने की मांग की थी. इस मांग पर विचार करते हुए कोर्ट ने 8 दिनों का रिमांड दिया था.
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बता दें कि कोर्ट से रिमांड की अनुमति मिलने के बाद एनआईए दोनों को दिल्ली लेकर गई थी. जहां इनसे लंबी पूछताछ हुई. इस बीच एनआईए की सात सदस्यीय टीम जांच के लिए दरभंगा पहुंची थी. इस मामले में अब तक 17 लोगों के बयान दर्ज हुए हैं. इसके दस्तावेज भी एनआईए कोर्ट को सौंपे जायेंगे.
इधर, इसी मामले में यूपी के शामली से गिरफ्तार कफील और सलीम को 23 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में रखने का निर्देश कोर्ट ने दिया है. वे दोनों फिलहाल पटना के बेऊर जेल में बंद हैं. वहीं, तबीयत खराब होने के कारण सलीम का इलाज भी हो रहा है.
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गौरतलब है कि एनआईए ने नासिर मलिक और इमरान मलिक को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था. दोनों सगे भाई हैं. पूर्व में ये दोनों सिमी के लिए काम कर चुके हैं. इसके लिए करोड़ों की फंडिंग आईएसआईएस (ISIS) द्वारा की गई थी. इस मामले में शामली के कुछ नामी लेडीज सूट कारोबारी NIA के रडार पर हैं.
इधर, रडार पर आए लेडीज सूट कारोबारी कासिम उर्फ कफील और सलीम उर्फ टुइया से NIA और ATS की टीम ने पूछताछ की थी. पूछताछ के दौरान कासिम और सलीम ने कई खुलासे किए थे. जानकारी के अनुसार, कैराना से गिरफ्तार सलीम पाकिस्तान के इकबाल काना के संपर्क में था. सूत्र बताते हैं कि दरभंगा ब्लास्ट कराने की जिम्मेदारी आईएसआईएस (ISIS) से सलीम को मिली थी.
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बता दें कि 17 जून को दरभंगा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ट्रेन से पार्सल उतारने के क्रम में ब्लास्ट हो गया था. इसके बाद से ही हमले के आतंकी कनेक्शन को खंगाले जाने लगे थे. अब तक इस मामले में यूपी एटीएस ने शामली से दो संदिग्ध (पिता-पुत्र) को गिरफ्तार किया था. वहीं, आईएसआईएस के लिए काम करने वाले एक शख्स को तेलंगाना एटीएस ने गिरफ्तार किया था. फिलहाल एनआईए इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
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