नई दिल्ली/पटना: दरभंगा पार्सल ब्लास्ट (Darbhanga Parcel Blast) मामले में एनआईए (NIA) की जांच जारी है. इस बीच आज एनआईए की टीम तीसरे आरोपी कफील को लेकर दिल्ली पहुंची है. जहां उससे पूछताछ होगी. इससे पहले शनिवार को नासीर और इमरान को भी जांच टीम अपने साथ दिल्ली लेकर गई थी.
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6 दिनों के रिमांड पर कफील
दरभंगा पार्सल ब्लास्ट मामले में आरोपी कफील की उत्तर प्रदेश के कैराना से गिरफ्तारी हुई थी. उसके बाद शनिवार को पटना स्थित एनआईए कोर्ट में कफील और सलीम को पेश किया गया था. जहां अदालत ने कफील को 6 दिनों के रिमांड पर भेज दिया था. जिसके बाद एनआईए ने आज कफील को बेऊर जेल से रिमांड पर ले लिया था.
तीनों से होगी पूछताछ
शनिवार को एनआईए नासीर और इमरान को अपने साथ दिल्ली लेकर गई थी और आज कफील को भी दिल्ली ले गई है. जहां मुख्यालय में आज इमरान और नासिर से अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. अब कफील से भी मामले में पूछताछ की जाएगी.
नासिर और इमरान हैदराबाद से गिरफ्तार
गौरतलब है कि एनआईए ने नासिर मलिक और इमरान मलिक को हैदराबाद से गिरफ्तार किया था. दोनों को शुक्रवार को एनआईए कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने दोनों को सात दिन के रिमांड पर एनआईए को सौंपा था. बताया जा रहा है कि दोनों सगे भाई हैं. पूर्व में सिमी के लिए काम कर चुके हैं. इसके लिए करोड़ों की फंडिंग आईएसआईएस (ISIS) द्वारा की गई थी. इस मामले में शामली के कुछ नामी लेडीज सूट कारोबारी NIA के रडार पर हैं.
दो भाइयों को दी गई थी जिम्मेवारी
रडार पर आए लेडीज सूट कारोबारी कासिम उर्फ कफील और सलीम उर्फ टुइया से NIA और ATS की टीम ने पूछताछ की थी. पूछताछ के दौरान कासिम और सलीम ने कई खुलासे किए थे. जानकारी के अनुसार, कैराना से गिरफ्तार सलीम पाकिस्तान के इकबाल काना के संपर्क में था. सूत्र बताते हैं कि दरभंगा ब्लास्ट कराने की जिम्मेदारी आईएसआईएस (ISIS) से सलीम को मिली थी.
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17 जून को हुआ था धमाका
बता दें कि 17 जून को दरभंगा स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर ट्रेन से पार्सल उतारने के क्रम में ब्लास्ट हो गया था. इसके बाद से ही हमले के आतंकी कनेक्शन को खंगाले जाने लगे थे. अब तक इस मामले में यूपी एटीएस ने शामली से दो संदिग्ध (पिता-पुत्र) को गिरफ्तार किया था. वहीं, आईएसआईएस के लिए काम करने वाले एक शख्स को तेलंगाना एटीएस ने गिरफ्तार किया था. फिलहाल एनआईए इस पूरे मामले की जांच कर रही है.