पटना : स्थानीय जू यानी स्थानीय संजय गांधी जैविक उद्यान में शानिवार को जन्मे जिराफ के बच्चे की हालत गंभीर (Newborn giraffe's condition critical) बनी हुई है. जिराफ के बच्चे को उसकी मां दूध नहीं पिला पा रही है. जिराफ के नवजात बच्चे का पिछला दोनों पैर काम नही कर रहा है. जू प्रबंधन जिराफ के नवजात बच्चे की जान बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है.
नहीं पी पा रहा मां का दूध :वेटनरी कॉलेज के डॉक्टरों की टीम उसके इलाज में जुटे (doctors are engaged in treatment) हैं. पटना वेटनरी कॉलेज के डॉक्टर अजित कुमार ने ईटीवी भारत को बताया कि नवजात बच्चे का इलाज हम लोग कर रहे हैं. नवजात बच्चा अपनी मां की दूध भी नहीं पी रहा है. साथ ही पीछे के दोनों पैर काम नहीं कर रहे हैं लेकिन हम लोग कोशिश कर रहे हैं कि इसकी जान बचाई जा सके. मां और बच्चे दोनों का इलाज किया जा रहा है, फिलहाल मादा जिराफ भी अस्वस्थ नजर आ रही है.
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दर्शकों के लिए अभी बंद है जिराफ का केज : जू प्रशासन ने जिराफ के केज को दर्शकों के लिए अभी पूरी तरह बंद कर रखा है. जिराफ के बच्चे की स्थिति पर डॉक्टरों के टीम के साथ-साथ केअर टेकर भी नजर रखे हुए हैं. ये नवजात नर जिराफ भीमा और मादा जिराफ शांति का है. अब पटना जू में इसके आने के बाद जिराफ की संख्या 7 हो गई है. अगर इस बच्चे की जान बच जाती है तो जू प्रबंधन की बड़ी उपलब्धि होगी.
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