पटना : बिहार में शिक्षा व्यवस्था (Education System In Bihar) को लेकर आए दिन सुशासन बाबू पर सवाल खड़े होते रहते हैं. शिक्षा में गुणवत्ता का स्तर लगातार गिरने से शिक्षा विभाग सवालों के कटघरे में खड़ा रहता है. इसके बावजूद न सरकार और न ही विभाग इस ओर ध्यान देने को तैयार है. इसका एक और जीता जागता उदाहरण राजधानी पटना से सटे मसौढ़ी अनुमंडल में देखने को मिल रहा है. जहां दो साल से तैयार स्कूल का नया भवन उद्घाटन की ( School Building Awaiting Inauguration) बाट जोह रहा है. इस स्कूल में न विद्यार्थी हैं न ही शिक्षक. विद्यालय में दो सालों से ताला लटका हुआ है.
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ये पूरा मामला भगवानगंज थाना अतंर्गत समस्तीचक गांव का है. स्कूल की नई बिल्डिंग तो बन गई लेकिन दो साल बीतने के बावजूद यहां अभी तक पठन-पाठन की शुरूआत नहीं हो सकी है. ऐसे में एक तरफ जहां छात्रों की परेशानी बढ़ गई है. शिक्षा विभाग के रवैये से अब ग्रामीणों में गुस्सा पनपने लगा है. ग्रामीणों की मानें तो स्कूल की नई बिल्डिंग 2 साल पहले बन गई हैं लेकिन अभी तक शिक्षा विभाग की लापरवाही के कारण पढ़ाई नहीं शुरू कराई जा सकी हैं.
'स्कूल बने दो साल हो गये हैं. लेकिन अबतक स्कूल का उद्घाटन नहीं हो सका है. सरकार का इसपर कोई ध्यान नहीं है. हम लोग पढ़ने काफी दूर जाते हैं लेकिन अभी तक ये स्कूल शुरू नहीं हुआ है.' :- काजल कुमारी, छात्रा, समस्तीचक गांव
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इस पूरे मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी रासबिहारी दूबे ने कहा कि स्कूल प्रधानाध्यापक से बात की गई है. जल्द ही उस स्कूल में पठन-पाठन शुरू करने का निर्देश दिए गए हैं. दरअसल इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी के कारण स्कूल में स्कूल में पठन-पाठन शुरु नहीं हो सका है. बहुत ही जल्द पठन-पाठन शुरू किया जाएगा.
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