पटनाः भारत और नेपाल के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. नेपाल ने अब भारतीय सीमा में वॉच टावर का निर्माण करके नया विवाद खड़ा कर दिया है. नेपाल के अर्द्धसैनिक बल ने पूर्वी चंपारण के पनटोका गांव के पास अतिक्रमण कर ये वॉच टॉवर बनाया है.
माइनर पिलर के आगे बनाया वॉच टावर
बताया जा रहा है कि नेपाल ने चीन की बातों में आकर ये कदम उठाया है. नेपाल ने पनटोका गांव की पिलर संख्या 392/13 से 392/18 के बीच स्थित माइनर पिलर के आगे वॉच टावर बनाया है.
सीमांकन के लिए होते हैं पिलर
पड़ोसी देश के इस कदम से फिर से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ जाएगा. बता दें कि सीमा का आंकलन करने के लिए तीन पिलरों का इस्तेमाल होता है. जिसमें मुख्य पिलर और सहायक पिलर के बीच माइनर पिलर होता है.
माइनर पिलर को मिसिंग बता रहे अधिकारी
बॉर्डर की सुरक्षा कर रहे एसएसबी अधिकारियों ने बताया कि भारत-नेपाल बॉर्डर पर सीमांकन करने वाली माइनर पिलर मिसिंग है. इससे ज्यादा अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं.
'सीमा के 20 गज अंदर बनाया टावर'
वहीं, स्थानीय लोगों ने बताया कि वॉच टावर भारतीय सीमा के 20 गज अंदर बनाया गया है. उन्होंने बताया कि माइनर पिलर नेपाल के वॉच टावर के पीछे झाड़ियों के बीच है. जिससे वह दिखाई नहीं दे रहा है.
भारतीय की मौत
ऐसे में नेपाल के इस कदम के बाद दोनों देशों के रिश्तों में और कड़वाहट आ जाएगी. भारत नेपाल का विवाद आए दिन बढ़ रहा है. इससे पहले नेपाल बॉर्डर पर तैनात सुरक्षकर्मियों की गोलीबारी में एक भारतीय की मौत हो गई थी.
तनाव की स्थिति
दोनों देशों में गंडक बराज के मरम्मत कार्य को रोके जाने पर भी तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. हालांकि बाद में नेपाल ने अपने हिस्से में पड़ने वाले गेट की मरम्मती की सहमति दे दी. गंडक बराज के 36 गेट हैं. जिसमें से 18 भारत और 18 नेपाल में हैं.