नई दिल्ली/पटना: देश में कोरोना संकट के बीच होने वाली परीक्षा नीट और जेईई के आयोजन को लेकर हंगामा जारी है. छात्रों से लेकर विपक्षी दलों के राजनेता तक सड़कों पर उतर आए हैं. वहीं, बिहार से कांग्रेस सांसद और राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद जावेद ने कहा कि कोरोना काल में नीट-जेईई की परीक्षा नहीं होनी चाहिए.
छात्र विरोधी है मोदी सरकार
कांग्रेस सांसद और राष्ट्रीय सचिव मोहम्मद जावेद ने कहा कि परीक्षा को फिलहाल स्थगित करना चाहिए. केंद्र सरकार गरीब विरोधी तो थी ही. लेकिन अब छात्र विरोधी भी है. छात्र अगर परीक्षा देने जाएंगे. तो कोरोना से संक्रमित हो सकते हैं, हर दिन देश में 50 हजार से अधिक कोरोना मरीज मिल रहे है. बादजूद इसके मोदी सरकार परीक्षा कराने पर तुली हुई है.
उन्होंने कहा कि बिहार कोरोना वायरस और बाढ़ का डबल अटैक झेल रहा है. मेरे संसदीय क्षेत्र किशनगंज से विद्यार्थियों को परीक्षा देने पटना या गया जाना होगा. तो 400- 500 किलोमीटर दूर है, आखिर गरीब बच्चे कैसे जाएंगे? बिहार में गरीब बच्चों को हर जगह दिक्कत होगी. साथ ही उन्होंने कहा कि जो शिक्षाविद मांग कर रहे कि समय पर परीक्षा हो वह लोग आरएसएस के लोग हैं.
शिक्षाविदों ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
बता दें कई शिक्षा क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि परीक्षा समय पर होनी चाहिए. ऐसा नहीं हुआ तो बच्चों का भविष्य खतरे में पड़ जाएगा. कई बीजेपी शासित राज्यों का कहना है कि केंद्र के गाइडलाइन का पालन करते हुए परीक्षा कराएंगे. बता दें 150 शिक्षाविदों ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर तय समय में परीक्षा कराने की मांग की है. सितंबर महीने में यह परीक्षाएं होनी हैं. केंद्र सरकार चाहती है कि परीक्षा तय समय पर हो.