पटना: बिहार राज्य में बाढ़ आपदा से निपटने में एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीमें लगातार राहत और बचाव ऑपेरशन में मुस्तैदी से जुटी हुई है. बिहटा में स्थित 9वीं बटालियन एनडीआरएफ के कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मांग पर पश्चिम चम्पारण में तैनात दो टीमों में से एक टीम को सिवान जिला में तैनात किया गया है.
एनडीआरएफ की टीम ने 400 लोगों की बचाई जान
सारण, दरभंगा, गोपालगंज और दरभंगा जिले में बाढ़ बचाव ऑपेरशन चलाकर लगभग 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया गया. इसमें बच्चे, महिलाएं, बीमार व्यक्ति और गर्भवती महिलाएं शामिल हैं. कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि अब तक बिहार राज्य के विभिन्न जिलों में रेस्क्यू ऑपेरशन चलाकर एनडीआरएफ के कार्मिकों ने 8 हजार से अधिक बाढ़ विभीषिका में फंसे लोगों बचाया है. वर्तमान में एनडीआरएफ की कुल 21 टीमें राज्य के कुल 13 जिलों- गोपालगंज, पूर्वी चम्पारण, पश्चिम चम्पारण, मुजफ्फरपुर, सारण, सिवान, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, पटना, अररिया, कटिहार और किशनगंज में अत्याधुनिक बाढ़ बचाव एवं संचार उपकरणों के साथ तैनात है.
डूबते हुए बच्चे को बचाया
कमान्डेंट विजय सिन्हा ने अलग-अलग घटनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि एनडीआरएफ के रेस्क्यू टीमों ने दो बच्चों का बहुमुल्य जान बचाया. पहली घटना बिहार राज्य के सारण जिलान्तर्गत बाढ़ प्रभावित पानापुर प्रखण्ड की है. एनडीआरएफ की एक टीम पानापुर प्रखण्ड में स्थानीय लोगों की मदद के लिए बुलाये जाने पर त्वरित कार्रवाई करते हुए कई लोगों की जान बचाई. इसमें बाढ़ प्रभावित खजूरी गांव का रहने वाला एक 10 वर्षीय लड़का अमन कुमार, पिता मुन्ना सिंह स्नान करने के क्रम में बाढ़ के पानी में डूबने लगा था. वहीं मौजूद स्थानीय लोगों की नजर पड़ने पर उस लड़के को पानी से बाहर निकाला गया. लेकिन इस दौरान अधिक पानी पी लेने की वजह से पीड़ित बच्चा बेहोश हो गया था.
बाढ़ग्रस्त इलाका होने की वजह से नजदीक के अस्पताल में तुरन्त पहुंचाना स्थानीय लोगों के लिए काफी मुश्किल काम था. एनडीआरएफ की रेस्क्यू टीम ने स्थिति को कुशलता से संभाला. सबसे पहले पीड़ित बच्चे को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके उसके पेट से पानी निकाला. वहीं कुछ देर बाद बच्चा होश में आ गया. वहीं एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू नाव की मदद से पीड़ित बच्चे को उसके परिजनों के साथ पानापुर प्रखण्ड में स्थित एक अस्पताल में पहुंचाया. वहीं पीड़ित बच्चा अमन का हालत अब ठीक है.
4 साल के बच्चे को पहुंचाया अस्पताल
दूसरे घटनाक्रम का जिक्र करते हुए कमान्डेंट विजय सिन्हा ने बताया कि बुधवार/गुरुवार की आधी रात को भी एक बच्चे को बचाया गया. पूर्वी चम्पारण जिले में तैनात एनडीआरएफ टीम के बचावकर्मियों ने एक सर्पदंश 04 वर्षीय पीड़ित बच्चा अदनान, पिता शमीम कौशर को जाटवा गांव से रेस्क्यू बोट से सुरक्षित निकाला. इसके साथ ही बच्चे को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बंजारिया पहुंचाने में मदद किया. कमान्डेंट विजय सिन्हा ने आगे बताया कि एनडीआरएफ के बचावकर्मी मेडिकल फर्स्ट रेस्पांडर के रूप में प्रशिक्षित होते है, जिससे जरूरत के अनुसार आपदा के दौरान घटनास्थल पर ही पीड़ित को अस्पताल पूर्व चिकित्सा मुहैया करके बहुमुल्य जान बचाया जा सके.