पटना: 23 जनवरी से बिहार विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होगा. विपक्ष मजबूत है, लिहाजा सत्र हंगामेदार होने की संभावना है. एनडीए ने भी विपक्ष से निपटने के लिए रणनीति तैयार कर ली है.
शीतकालीन सत्र को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है. नेता रणनीति बना रहे हैं. इस बार जदयू की संख्या थोड़ी कम है लिहाजा पार्टी नेता विपक्ष को लेकर आक्रामक हैं.
विपक्ष को संसदीय प्रणाली का ज्ञान नहीं
जदयू नेता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा है कि विपक्ष ने अगर सकारात्मक सहयोग नहीं किया तो हम उन्हें आईना दिखाएंगे.
"हम नैतिक बल में कमजोर नहीं हैं. हमारे पास गवर्नेंस का नैतिक बल है. कोई अपराधी हमारा प्रतिनिधी चुनकर नहीं आया है. उनके पास दागी और बाहुबलियों की भरमार है. उनके प्रतिनिधी जेल से आएंगे. यह सब श्रृंगार हमारा नहीं है. इसलिए सदन में जो भी हमारी भूमिका होगी उसे निभाएंगे. हमारी उम्मीद है कि विपक्ष सदन में सकारात्मक पक्ष रखेगा, नहीं तो उन्हें आईना देखना होगा. हम उनका कालिख से भरा चेहरा दिखाएंगे."- नीरज कुमार, जदयू नेता और पूर्व मंत्री
"सत्र के दौरान अधिक विधायी कार्य नहीं होने हैं. शपथ ग्रहण समारोह में अधिक समय निकल जाएगा. जहां तक सवाल विपक्ष का है तो उन्हें संसदीय परंपरा से कोई लेना देना नहीं है."- हम सकारात्मक तरीके से सदन चलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं."- नवल किशोर यादव, भाजपा नेता